वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस (कोविड 19) ने 24 घंटे के भीतर दिल्ली पुलिस के दो अधिकारियों की जान ले ली है. दोनों ही सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) थे लेकिन अलग अलग जगह पर तैनात थे. शनिवार की शाम को एएसआई शेषमणि पांडेय की जान जाने का समाचार आया था और आज सुबह एएसआई विक्रम के निधन की खबर भी भी दिल्ली में सेना के बेस अस्पताल से ही आई. दोनों को वहीं पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
सच्चे योद्धा खो दिए :
दो साथी पुलिसकर्मियों की मृत्यु की खबर पुलिस महकमे में ज़्यादातर लोगों को साथ ही मिली थी जो किसी भी संगठन के लिए झटके से कम नहीं होती. दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने दोनों अधिकारियों की अचानक हुई मृत्यु पर शोक संदेश में कहा है कि कोरोना महामारी से युद्ध लड़ता पुलिस परिवार मातम में जो भरपूर प्रयास के बावजूद अपने दो बहादुर पुलिस अधिकारियों को बचा नहीं सका. दोनों दिवंगत अधिकारियों की आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हुए पुलिस कमिश्नर ने दोनों के शोक संतप्त परिवारों को हर तरह की सहायता देने का संकल्प जताया.

वहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी शोक संदेश में कहा गया है, “हमने कोविड से जंग के दौरान अपने दो दिलेर और सच्चे योद्धा खो दिए. दोनों बल के समर्पित सैनिक थे. एएसआई विक्रम, एएसआई शेषमणि पांडेय की संकट की घड़ी में की गई सेवा को विभाग हमेशा याद रखेगा.
एएसआई शेषमणि पांडेय :
एएसआई शेषमणि पांडेय फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ थे और दिल्ली पुलिस के मध्य दिल्ली ज़िले में तैनात थे. भारतीय सेना में भी सेवा दे चुके शेषमणि पांडेय 2014 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे. बुखार और खांसी जैसे कोविड 19 के लक्षण दिखाई देने पर एएसआई शेषमणि पांडेय की 26 मई को दिल्ली के ही लेडी हार्डिंग अस्पताल में कोविड 19 जांच के लिए नमूने लिए गये थे और 28 मई को आई उस जांच की रिपोर्ट में शेषमणि पांडेय को कोविड 19 का संक्रमण होने की पुष्टि हो गई.
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसम्पर्क अधिकारी अनिल मित्तल के मुताबिक 28 मई को कोविड 19 पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर ही एएसआई शेषमणि पांडेय को दिल्ली छावनी स्थित सेना के बेस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया था. 30 मई की शाम तकरीबन 8 बजे एएसआई शेषमणि पांडेय ने वहीं अंतिम सांस ली.
एएसआई पांडेय के शोक मूलतः मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले थे. पहले वह सेना में थे और 6 साल पहले ही दिल्ली पुलिस में आये थे और इन दिनों दिल्ली के नारायणा गाँव में रहते थे. उनके शोक संतप्त परिवार में पत्नी और और तीन सन्तान हैं. दो बेटे और एक बेटी. शेषमणि पांडेय के बड़े बेटे और बड़ी बेटी की तो शादी हो चुकी है और वे अपने अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश में ही रहते हैं. उनका छोटा बेटा और पत्नी दिल्ली में उनके साथ रहते थे. छोटा बेटा 12वीं कक्षा का छात्र है.
एएसआई विक्रम :

सहायक उप निरीक्षक विक्रम की उम्र 52 साल थी. उन्हें 26 मई को सांस लेने में तकलीफ होने पर सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका इलाज चल रहा था. आज सुबह करीब 11 .30 एएसआई विक्रम के भी देहान्त की सूचना आते ही दिल्ली पुलिस में सबका मन दुखी हो गया. ज़्यादातर लोगों को तो दोनों ही पुलिसकर्मियों की मृत्यु की खबर साथ ही मिली थी जो किसी भी संगठन के लिए झटके से कम नहीं होती.
एएसआई विक्रम बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने में तैनात थे. मूल रूप से बिहार के गोपालगंज के रहने वाले एएसआई विक्रम यहाँ दिल्ली में किराड़ी सुलेमान नगर स्थित इंद्र एनक्लेव में रहते थे. उनके शोक संतप्त परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं. बेटों की आयु 24 ,19 और 15 साल है.