जानिये, सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने क्यों ली ये शपथ

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आतंकवाद विरोधी दिवस
एसएसबी के अपर महानिदेशक ज्योतिर्मोय चक्रवर्ती ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को शपथ ग्रहण कराई. Photo Source/SSB

नई दिल्ली. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी-SSB) ने आज यहाँ बल मुख्यालय में “आतंकवाद विरोधी दिवस” मनाया गया. इस मौके पर एसएसबी के अपर महानिदेशक ज्योतिर्मोय चक्रवर्ती ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को शपथ ग्रहण कराई गयी. 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि होती है. श्रीपेरम्बदूर में उनकी एक आत्मघाती हमले में मौत हो गई थी. इसीलिये इस दिन को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti-Terrorism Day) के रूप में मनाया जाता है.

शपथ इस प्रकार थी…

“हम भारतवासी, अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे. हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुँचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते है.”

शपथ ग्रहण समारोह में एसएसबी के उच्च अधिकारी भी मौजूद रहे. एसएसबी की सभी बटालियनों ने “आतंकवाद विरोधी दिवस” मनाया और आतंकवाद के खिलाफ अपनी वचनबद्धता को दोहराया.

सशस्त्र सीमा बल के बारे में

सशस्त्र सीमा बल
30 सितम्बर 2017 को आरके मिश्रा एसएसबी के महानिदेशक बने. उन्होंने अर्चना रामसुंदरम से कार्यभार सम्भाला था. यह तभी की फोटो है.

गौरतलब है कि सशस्त्र सीमा बल देश का ऐसा अर्द्धसैनिक बल है जिस पर 1751 किमी लम्बी भारत-नेपाल की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. इस सीमा से हथियारों, गोला-बारूद की तस्करी और देश विरोधी तत्वों की अवैध रूप से भारत में आवाजाही का खतरा रहता है. …और एसएसबी समय-समय पर ऐसी गतिविधियों को उजागर करता रहता है. इस केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) का गठन भारत-चीन युद्ध के बाद 20 दिसम्बर 1963 में किया गया था. यह गृह मंत्रालय के अधीन आता है. पहले इस फोर्स का प्राथमिक काम भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) को आर्म्ड सपोर्ट मुहैया कराना था.

अर्चना रामसुंदरम सशस्त्र सीमा बल की प्रथम महिला महानिदेशक थीं. उन्हें फरवरी 2016 में सशस्त्र सीमा बल का महानिदेशक बनाया गया था. वह इस पद पर 30 सितम्बर 2017 तक रहीं. इस समय आईपीएस अधिकारी रजनीकांत मिश्रा इसके महानिदेशक हैं. इस फोर्स में 2017 के डाटा के मुताबिक 67 बटालियन में 76,337 कार्मिक काम कर रहे हैं. इसका सालाना बजट 4929.90 करोड रुपये है. 2001 से पहले इस बल को स्पेशल सर्विस ब्यूरो (SSB) के नाम से जाना जाता था.