कैप्टन सुप्रीता सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशनल तौर पर तैनात पहली महिला अफसर

137
सियाचिन में तैनात भारतीय सेना की कैप्टन सुप्रीता सी.टी.

कर्नाटक के मैसूर की रहने वाली कैप्टन सुप्रीता सी.टी. आर्मी एयर डिफेंस कोर ( army air defence corps) की ऐसी  पहली महिला अधिकारी  हैं, जिन्हें सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशनल तौर पर तैनात किया गया है.  उनके पति भी सेना में अफसर . यूं सुप्रीता पुलिस परिवार से भी ताल्लुक रखती हैं . उनके पिता कर्नाटक पुलिस में उपनिरीक्षक हैं .

कैप्टन सुप्रीता ( captain supreetha c t ) की हाल की इस नियुक्ति की जानकारी साझा करते हुए भारतीय थल सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ( Additional Directorate General of Public Information – ADGPI – एडीजीपीआई)  की तरफ से सोशल मीडिया  एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया है ,  “बाधाओं को तोड़ते हुए…चुनौतियों पर विजय पाते हुए…कैप्टन सुप्रीता सी टी सियाचिन योद्धाओं की लीग में शामिल हो गई हैं. अपनी स्थायी ताकत और दृढ़ संकल्प के साथ, वह अब दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में ऑपरेशनल तौर पर तैनात हैं,”

सियाचिन में तैनात भारतीय सेना की कैप्टन सुप्रीता सी.टी.

कैप्टन सुप्रीता का नाम और तस्वीरें तब भी सुर्ख़ियों का हिस्सा बनीं थी जब उन्होंने 26 जनवरी 2024 को दिल्ली में हुई  गणतंत्र दिवस परेड ( republic day parade 2024 ) में हिस्सा लिया था . वजह यह है कि उनके पति मेजर जेरी जैकब  ( major jerry jacob ) भी इस परेड में शामिल हुए थे . गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने वाले यह पहले सैन्य अधिकारी जोड़ा था .

कैप्टन सुप्रीता के पिता, थिरुमलेश, मैसूर के पास ही तालकाड में पुलिस के सब-इंस्पेक्टर ( sub inspector) हैं. सुप्रीता  के हौसले और  कामयाबी की तारीफ करते हुए  उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में सेवा करने से पहले कठोर प्रशिक्षण लिया है.

कर्नाटक के चामराजनगर जिले की मूल निवासी कैप्टन सुप्रीता का घर मैसूर के सरदार वल्लभभाई पटेल नगर में है . उनकी पढ़ाई की शुरुआत हुन्सूर स्थित शास्त्री विद्या समस्थे में हुई. बाद की पढ़ाई उन्होंने कोटे स्थित सेंट मेरीज़ कॉन्वेंट  स्कुल,  के.आर. नगर स्थित सेंट जोसेफ स्कूल और   मैसूर के मेरी मलप्पा हाई स्कूल में की .

 सुप्रीता ने मैसूर के जेएसएस लॉ कॉलेज ( j s s law college ) से एलएलबी की और  2021 में लेफ्टिनेंट के तौर पर भारतीय सेना में शामिल हुईं.  चेन्नई में ट्रेनिंग लेने के बाद उनकी  आर्मी एयर डिफेंस  में तैनाती हुई .