सीबीआई के निदेशक प्रवीण सूद 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं . उनको 2023 में सीबीआई की कमान दो साल के लिए दी गई थी . उस हिसाब से उनका कार्यकाल इसी महीने ( 25 मई 2025 तक ) ख़त्म होना था. श्री सूद की जगह वो कौन अधिकारी होगा जो देश की इस प्रमुख एजेंसी के निदेशक का काम संभालेगा – यह पहले से तय नहीं किया गया और अब जब उनका कार्यकाल समाप्त होने को आया तो सरकार ने इस पर विचार करना शुरू किया.
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की तरफ से सेवा विस्तार के बारे में जारी आदेश में कहा गया है, “समिति की सिफारिशों के आधार पर कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने प्रवीण सूद, आईपीएस (केएन:1986) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक के रूप में 24 मई से आगे एक साल की अवधि के लिए कार्यकाल बढ़ाने को मंजूरी दे दी है.”
इंडियन ऐक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले प्रकाशित समाचार में कहा गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई तीन सदस्यीय चयन समिति ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा सहित कुछ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नामों पर विचार-विमर्श किया. हालांकि, कोई आम सहमति नहीं बन पाई, जिसके बाद सदस्य श्री सूद का कार्यकाल एक साल बढ़ाने पर राज़ी हुए . यह विचार-विमर्श 25 मई को सूद के दो साल के निर्धारित कार्यकाल के समाप्त होने से पहले हुआ है. उनके उत्तराधिकारी के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान इस संभावना पर चर्चा की गई. सोमवार शाम को हुई इस बैठक में भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए थे.
आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद ने 25 मई, 2023 को सीबीआई निदेशक के रूप में नियुक्त होने से पहले कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर पर काम किया था. उनके करियर में बेल्लारी और रायचूर में पुलिस अधीक्षक, बेंगलुरु शहर में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात), मैसूर और बेंगलुरु में पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव (गृह), डीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) और डीजीपी (आपराधिक जांच विभाग) के पद शामिल हैं. उन्होंने मॉरीशस सरकार के सलाहकार के रूप में भी काम किया है.