भारत पाकिस्तान संघर्ष : भारतीय रक्षा मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक , बॉर्डर के हालात व सुरक्षा की समीक्षा

16
भारतीय रक्षा मंत्रालय में शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व अधिकारी
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( defence minister of india ) ने पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा के सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए आज उच्च स्तरीय बैठक की. राजधानी नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में आयोजित इस समीक्षा बैठक में भारत के रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान (cds gen anil chauhan ) के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख यानि  थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी  , नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद थे . रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह भी इस अति  महत्वपूर्ण  बैठक में उपस्थित थे.

रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक़ बैठक में पश्चिमी सीमा की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई और वहां सेनाओं के परिचालन क्षमता व उनकी तैयारियों के बारे में जनकारियां साझा की गई .

भारतीय सेनाओं ने पहलगाम नरसंहार के जवाब में बी 6 – 7 मई की रात लगभग एक बजे  ऑपरेशन सिन्दूर ( operation sindoor) के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में  मिसाइल हमला किया था जिसमें उन कई आतंकवादी ठिकानों  को ध्वस्त किया गया जहां से भारत विरोधी आतंकवादी गतिविधियों का संचालन किया गया. इनमें से कुछ तो आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर  भी थे . इस हमले में कई लोग मारे गए जिसकी पुष्टि खुद पाकिस्तान ने भी की .

भारतीय सेना के पाकिस्तानी इलाकों में किए गए इन हमलों में मारे गए लोगों में कुख्यात आतंकवादी अजहर मसूद के परिवार के लोगों के  भी मारे जाने की सूचना आई थीं . इससे बौखलाए पाकिस्तान ने बदला लेने के लिए जवाबी फायरिंग की .  पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर में नियन्त्रण रेखा वाले क्षेत्रों पुंछ- राजौरी  में फायरिंग की जिसमें 16 लोगों की जान गई.  भारत की सेना ने भी इसका माकूल जवाब दिया . इसके साथ ही पाकिस्तानी सेना  ने भारतीय सेना के ठिकानों पर भी हमले की कोशिशें की जिनमें से ज़्यादातर  , बिना भारतीय पक्ष का नुक्सान किए , कामयाबी से रोक दी गई .

ऐसे में  पाकिस्तान के साथ पूरी तरह युद्ध के हालात बनते देख भारत ने अपनी  तैयारी कर ली है. समझा जाता है उसी तैयारी का जायजा लेने और युद्ध के प्रभाव का आकलन करने के लिए बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई.