भारतीय सेना के 18 सदस्यों वाले पर्वतारोही दल के साथ माउंट मकालू जीतकर लौट रहे नायक नारायण सिंह ने वापसी के दौरान प्राण त्याग दिए. उस वक्त पर्वतारोही दल वापसी वाले रास्ते में पड़ने वाले पहले कैम्प तक ही पहुँच पाया था. भारतीय सेना के इस पर्वतारोहण अभियान दल ने 16 मई 2019 को माउंट मकालू पर सफलतापूर्वक विजय प्राप्त की जिसकी ऊंचाई 8485 मीटर है.
नायक नारायण एक उत्साही पर्वतारोही थे और उन्होंने पहले भी कई पर्वतारोहण अभियानों में हिस्सा लिया था. पिछले साल उन्होंने माउंट कॉमेट पर सफलतापूर्वक विजय प्राप्त की थी. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले नायक नारायण सिंह 2002 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. सेना की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि नायक नारायण सिंह सेना को एक निष्ठावान और बहादुर सिपाही के रूप में सभी याद रखेंगे.
पर्वतारोहण के हिसाब से, नेपाल स्थित माउंट मकालू को सबसे खतरनाक और चुनौतीपूर्ण माना जाता है जो दुनिया की सबसे ऊँची चोटियों में पांचवें नम्बर पर आती है. 8000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले पर्वत शिखरों पर आरोहण के लक्ष्य के अन्तर्गत भारतीय सेना ने यह पर्वतारोहण अभियान शुरू किया था.