भारतीय वायु सेना का विमान AN 32 चीन सीमा के पास लापता

774
News Photo
ए एन 32

अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा के पास लापता हुए, भारतीय वायु सेना के हवाई जहाज़ ए एन 32 को खोजने में जुटे सेना और प्रशासन के दलों को अभी तक विमान या उसमें सवार लोगों का सुराग नहीं मिल सका है. माना तो यही जा रहा है कि ये ट्रांसपोर्ट विमान दुर्घटना का शिकार हो चुका है. विमान को खोजने में सेटलाइट से मिली तस्वीरों से भी मदद नहीं मिल पा रही. सर्च ऑपरेशन में टोही विमानों, लड़ाकुओं, हेलिकॉप्टर, पैदल सैनिक दलों और स्थानीय पुलिस को भी लगाया गया है.

भारतीय वायु सेना के ट्रांसपोर्ट विमान AN 32 ने सोमवार को असम में जोरहाट एयर बेस से मेचुका एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (ALG) के लिए उड़ान भरी थी जिसमें भारतीय वायु सेना के 6 अधिकारी और 7 अन्य कार्मिक सवार थे. इन्हें खोजने में इसरो की रिसेट (Radar Imaging Satellite) से मदद ली जा रही है लेकिन मौसम और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से तलाशी अभियान में रुकावट आ रही है. असल में इस ट्रांसपोर्ट विमान में वो आधुनिक राडार प्रणाली नहीं है जिससे इसे खोजने में आसानी हो.

वैसे इसरो की बनाई रिसेट प्रणाली से बादलों को भेदकर और दिन रात में भी तस्वीरें लेने की क्षमता है लेकिन ये प्रणाली घने पेड़ों के झुरमुट को नहीं भेद सकती. यदि विमान का मलबा खुले में पड़ा हो तो रिसेट उसकी तस्वीर लेकर लोकेशन बता सकता है. दुर्घटनाग्रस्त विमान को, उससे मिले राडार संदेशों और आखिरी रेडियो संदेशों की लोकेशन के आधार पर खोजा जा रहा है. अंदाज़ा है कि ये जगह पश्चिम सिआंग जिले में अलोंग पियोंग टटो क्षेत्र होगा लिहाज़ा पूरा ध्यान इसी पर लगाया जा रहा है. लापता हुए AN 32 के पायलट की तरफ से ऐसा कोई संदेश भी नहीं मिला था जिसमें दुर्घटना जैसे हालात या इमरजेंसी का जिक्र किया गया हो.

अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री बमांग फेलिक्स ने बताया कि पांच जिले के पुलिस प्रशासन के अमले को लापता विमान को खोजने के काम में लगाया गया है. साथ ही स्थानीय लोगों से भी तलाशी अभियान में सहयोग करने की अपील की गई है.