लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भारत के नये सेना प्रमुख होंगे

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जनरल मनोज मुकुंद नरवाने

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भारत के नये सेना प्रमुख होंगे. 59 वर्षीय नरवाने 31 दिसम्बर को रिटायर हो रहे वर्तमान सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे. जनरल के तौर पर नरवाने अप्रैल 2022 तक भारतीय सेना की सम्भाले रहेंगे. नरवाने इस समय 13 लाख जवानों वाली सेना के उप प्रमुख हैं. भारत के प्रधानमन्त्री के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति सम्बन्धी मामलों की समिति ने अगले सेना प्रमुख के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने के नाम को हरी झंडी दे दी है.

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने

समझा जाता है कि पहले चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ के नाम के ऐलान के साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने के नाम की भी आधिकारिक घोषणा कर दी जायेगी. आतंकवाद और घुसपैठ निरोधक कार्रवाइयों में विशेषज्ञ माने जाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने को अगस्त में ही भारत का उप सेना प्रमुख बनाया गया था.

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने

केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन की सरकार आने के बाद ये पहला अवसर है जब सेना प्रमुख के तौर पर अधिकारी की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर हो रही है और जो विवादों से परे है. इससे पहले बिपिन रावत को सेनाध्यक्ष बनाये जाते वक्त दो अधिकारियों की वरिष्ठता को प्राथमिकता नहीं देकर नज़रन्दाज़ किया गया था. वर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह की नियुक्ति के समय तो विवाद अदालत तक भी पहुँच गया था.

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने अन्य दोनों सेना प्रमुखों की तरह ही राष्ट्रीय रक्षा एकेडमी (नेशनल डिफेन्स एकेडमी-एनडीए) के 56 वें कोर्स से हैं. उपसेना प्रमुख बनाये जाने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने कोलकाता स्थित सेना की पूर्वी कमान को सम्भाल रहे थे. जम्मू कश्मीर के साथ साथ उन्हें पूर्वोत्तर के हालात का भी खासा अनुभव है और वो म्यांमार में भी भारत के मिलिटरी अटैची रहे हैं. जहां एक तरफ उन्होंने असम में ब्रिगेड कमांड की है वहीं असम राइफल्स के इन्स्पेक्टर जनरल (आईजी) भी रहे हैं.

नए सेना प्रमुख के बारे में

  • लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने जून 1980 में सातवीं सिख लाइट इन्फैंट्री में कमीशन हुए थे.
  • अपनी 37 साल की सेवा में वे कई कमानों में काम कर चुके हैं.
  • उनके पास जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकरोधी कार्रवाइयों का लंबा अनुभव है.
  • जम्मू-कश्मीर में अपनी बटालियन के सफल संचालन के लिए उनको सेना मेडल से सम्मानित किया जा चुका है
  • उन्होंने श्रीलंका में शांति रक्षक बल में काम किया है.
  • नरवाने की शादी वीणा नरवाने से हुई है, जो एक शिक्षिका हैं. उनकी दो बेटियां हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने अपनी पत्नी वीणा के साथ.