जम्मू कश्मीर के रामबन में गहरी खाई में गिरी एक कार में सवार तीन लोगों की जान उस समय खतरे में पड़ गई जब उनकी कार दुर्घटना का शिकार हो खाई में जा गिरी. लेकिन उनकी किस्मत अच्छी थी कि सीआरपीएफ के एक जवान की त्वरित कार्रवाई ने न सिर्फ उनको बचाया बल्कि अपनी मददगार वाली छवि को भी लोगों के बीच मज़बूत किया.

घटना आज दोपहर 12 .30 बजे की है जब रामबन के बटोटे गाँव में ये चलती हुई कार 70 फीट गहरी खाई में जा गिरी. इसका पता चलते ही पास ही में तैनात सीआरपीएफ की 84 वीं बटालियन की ‘डी’ कम्पनी में तैनात हेड कांस्टेबल संजीव सक्सेना वहां पहुंचे. संजीव ने फ़ौरन डी कम्पनी की कमान अधिकारी सहायक कमांडेंट पूजा मलिक को इसकी सूचना दी. सहायक कमांडेंट पूजा मलिक और उनके साथ तुरंत पहुंचे एक अन्य कांस्टेबल धनंजय राय राहत कार्य के लिए खतरनाक खाई में जा उतरे जो अपने आप में एक मुश्किल काम था.

नीचे खाई में गिरने के कारण कार इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी कि उसके दरवाजे तक नहीं खुल पा रहे थे और भीतर तीन लोग घायल फंसे हुए दर्द और खौफ में मदद की पुकार कर रहे थे. सहायक कमाडेंट पूजा, हेड कांस्टेबल संजीव सक्सेना और कांस्टेबल धनन्जय काफी कोशिश के बाद भी जब दरवाजा खोलकर उन्हें नहीं निकाल पाए तो उन्होंने कार के साइड वाले तोड़े और खिड़की में से उनको बाहर निकाला. कार सवार तीनों को काफी चोटें लगीं हुई थी. इनमें से दो शकील अहमद और अजय सिंह की हालत ज्यादा खराब थी. तीसरे शख्स अक्षय कुमार को मामूली चोटें आई थीं.

सीआरपीएफ की टीम ने घायलों को तुरंत बटोटे स्थित सिविल अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त किया. यही नहीं सीआरपीएफ की टीम उनके उपचार के दौरान भी काफी समय तक मदद के लिए घायलों के पास रुकी रही. जिन जिन लोगों ने भी ये घटनाक्रम देखा, सभी सीआरपीएफ की जमकर तारीफ करहे थे. सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों नें भी पूजा मलिक और उनकी टीम की सराहना करते हुये शाबाशी दी है.