सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने रचा इतिहास, बनीं देश की पहली नेवल महिला पायलट

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सब लेफ्टिनेंट शिवांगी को Golden Wings प्रदान करते वाइस एडमिरल एके चावला (बाएं) और शिवांगी का Golden Moment.

सब लेफ्टिनेंट शिवांगी (Sub-Lieutinent Shivangi) सोमवार को भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बन गई हैं. इस सफलता पर शिवांगी ने खुशी जताते हुए कहा, ‘लम्बे समय से यह मेरी ललक थी. मेरे और मेरे माता-पिता के लिए यह गौरवपूर्ण अहसास है. यह एक अलग तरह की फीलिंग है.’

कोच्चि नेवल बेस पर अपनी आपरेशनल ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिवांगी का कहना था कि पहली नेवल महिला पायलट बनने की उत्कट इच्छा बहुत लंबे समय से थी. अंतत: यह पूरी हुई. मैं इसे व्यक्त नहीं कर सकती. यह एक शानदार अनुभव है. अब मैं तीसरे स्टेज की ट्रेनिंग पूरी करने के लिए काम करूंगी. शिवांगी ने कहा, “नेवी में महिलाएं हमेशा से रही हैं. हाँ, वे काकपिट में नहीं थीं. यह कुछ अलग है. पहली बार काकपिट में एक महिला है. इससे उन महिलाओं के लिए और अवसर तैयार होंगे जो डिफेंस ज्वाइन करना चाहती हैं. हो सकता है वे चोपर्स और फाइटर प्लेन उडाना भी शुरु कर देंगी.”

Golden Moment : सब लेफ्टिनेंट शिवांगी वाइस एडमिरल एके चावला (दाएं) और अपने माता-पिता के साथ.

नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक, शिवांगी डोर्नियर सर्विलांस एयरक्राफ्ट उड़ाएंगी. जानकारी के मुताबिक, शिवांगी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार किए गए डोर्नियर 228 एयरक्राफ्ट उड़ाएंगी. इस विमान को कम दूरी के समुद्री मिशन पर भेजा जाता है. इसमें उन्नत सर्विलांस राडार, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर और नेटवर्किंग जैसे कई शानदार फीचर मौजूद हैं. इन फीचरों के दम पर यह विमान भारतीय समुद्र क्षेत्र पर निगरानी रखेगा.

शिवांगी बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने मुजफ्फरपुर के ही डीएवी स्कूल से पढ़ाई की है. 27 एनओसी कोर्स के तहत उन्होंने एसएसी (पायलट) परीक्षा पास की और नौसेना में कमीशन हुईं.

नौसेना में चयन के बाद शिवांगी का प्रशिक्षण कोच्चि में शुरू हुआ. तड़के तीन बजे से रात 11 बजे तक अलग-अलग शिफ्ट में प्रशिक्षण दिया गया. वह बताती हैं कि 26 नवंबर, 2018 को नौसेना में बतौर सब लेफ्टिनेंट बैज लगाया गया. इसके बाद पायलट के लिए एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया गया.

पिता हरिभूषण सिंह को अपनी बेटी शिवांगी पर गर्व है. भाई-बहन में शिवांगी सबसे बड़ी हैं. पिता उच्च विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं. मां कुमारी प्रियंका गृहिणी हैं. पिता का कहना है कि बिटिया के बीटेक करने पर ही खुश था, क्योंकि वह हमारे परिवार की पहली इंजीनियर थी. इस उपलब्धि से पूरे परिवार और गांव के लोगों में हर्ष है.

देश की पहली फ्लाइंग कमांडर एस. धामी

विंग कमांडर एस. धामी

जब आज शिवांगी पूरे देश में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं तो यहाँ भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की विंग कमांडर एस. धामी का जिक्र करना भी जरूरी है. अगस्त में एस. धामी ने फ्लाइंग यूनिट की फ्लाइट कमांडर बनने वाली देश की पहली महिला अधिकारी होने का गौरव हासिल किया था. धामी ने हिंडन एयरबेस पर चेतक हेलिकाप्टर की फ्लाइट कमांडर के रूप में काम संभाला था. फ्लाइट कमांडर यूनिट में सेकंड इन कमांड होता है यानि धामी यूनिट में कमांडिंग आफिसर के बाद दूसरे नम्बर पर हैं.