ऊनी टोपियां बुनकर वायु सैनिकों की पत्नियों ने विश्व रिकॉर्ड बनाया

132
भारतीय वायु सेना
भारतीय वायु सेना के कार्मिकों की पत्नियों ने ज़रुरतमंदों की मदद के लिए 42 हज़ार ऊनी टोपियां बुनकर तैयार की हैं.

भारतीय वायु सेना के कार्मिकों की पत्नियों ने ज़रुरतमंदों की मदद के लिए 42 हज़ार ऊनी टोपियां बुनकर तैयार की हैं. इसके साथ ही ये मुहिम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुई है. इतनी सारी टोपियां बनाने का ये विश्व रिकॉर्ड बना है.

भारतीय वायु सैनिकों की पत्नियों के संगठन एयर फोर्स वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AFWWA) की अध्यक्ष नीता चौधरी ने बताया कि ये टोपियां आने वाली सर्दियों में ज़रुरतमंद, गरीब और बेआसरा लोगों में बांटी जाएंगी. अफवा की 62 वीं सालगिरह के अवसर पर ये ऊनी टोपियां राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुब्रतो पार्क में प्रदर्शन के लिए रखी गई थीं. इस अवसर पर हुए विशेष कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी भी मौजूद थी. अफवा की प्रमुख नीता चौधरी एयर चीफ मार्शल श्री चौधरी की पत्नी है. वैसे परम्परगत तौर पर वायु सेना प्रमुख की पत्नी ही वायु सैनिकों की पत्नियों की इस संस्था की अध्यक्ष होती हैं.

भारतीय वायु सेना
एयर फोर्स वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AFWWA) की अध्यक्ष नीता चौधरी ने गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सर्टिफिकेट प्राप्त किया.

दरअसल ये तीन महीने तक तक चले ‘निटथोन’ (knittathon ) नामक उस मुहिम का नतीजा है जो तीन महीने चली. इस मुहिम में संस्था की 3000 सदस्यों ने हिस्सा लिया. नीता चौधरी का कहना है कि हमारा मकसद आने वाली सर्दियों के मौसम में गरीब और बेआसरा लोगों को कुछ आराम मुहैया कराना. ये मुहिम शुरू तो 4 – 5 महिलाओं ने की लेकिन बाद में और महिलाएं जुड़ती चली गई. इस तरह टोपियां बनाने वाली 3000 महिलाएं हो गई. उनका कहना है कि ये मुहिम महिला सशक्तिकरण भी करती है.

नीता चौधरी का कहना था कि वायु सैनिकों के बार बार होने वाले तबादलों के कारण उनकी पत्नियां कोई स्थाई नौकरी नहीं कर पाती लिहाज़ा एक तरह से उनको समाज के लिए कुछ करने का एक अवसर भी ऐसी गतिविधियों से मिल जाता है.