भारत की कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने वरिष्ठ अधिकारी मनोज सिंह रावत को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी ITBP) के अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनाती को मंज़ूरी दे दी है. मनोज सिंह रावत आईटीबीपी कैडर के ऐसे पहले अधिकारी हैं जो एडीशनल डीजी के ओहदे पर पहुंचे.

उत्तराखंड के रहने वाले मनोज सिंह रावत आईटीबीपी के 1986 बैच के अधिकारी हैं, श्री रावत को देश विदेश में फील्ड और ट्रेनिंग का ज़बरदस्त तजुर्बा है.

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कैबिनेट ने अक्टूबर 2019 में 60 अतिरिक्त पदों के अलावा आईटीबीपी के दो नए मुख्यालयों को मंजूरी दी थी. भारत-चीन के बीच तनाव के बीच आईटीबीपी के दो नए कमांड मुख्यालय बनाए गए हैं. इनमें से एक चंडीगढ और दूसरा गुवाहाटी है. आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने इस आशय के आदेश गुरुवार को जारी किए. चन्डीगढ कमांड आईजी स्तर के अफसर के पास होगी. लेकिन वह अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के तौर पर काम करेंगे. लदाख, लेह और श्रीनगर इसके दायरे में होगा. आईटीबीपी के आईजी (आपरेशंस, इंटेलीजेंस आदि) मनोज रावत को यहाँ का एडीजी बनाया गया है.

जबकि गुवाहाटी कमांड पूर्वोत्तर क्षेत्र की निगरानी करेगी. आईटीबीपी की जिम्मेदारी चीन से लगी 3400 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की रक्षा करना है.
