माधुरी कानितकर को लेफ्टिनेंट जनरल बनाये जाने को हरी झंडी

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भारतीय सेना की मेजर जनरल माधुरी कानितकर

भारतीय सेना की मेजर जनरल माधुरी कानितकर को लेफ्टिनेंट जनरल बनाया जा रहा है. उनका इस ओहदे पर पहुंचना भारतीय सेना के इतिहास का भी एक हिस्सा होगा क्यूंकि उनके पति राजीव भी लेफ्टिनेंट जनरल के ओहदे पर पहुंचकर रिटायर हुए. जानकारों का कहना है कि इस तरह लेफ्टिनेंट जनरल के ओहदे तक पहुँचने वाले राजीव और माधुरी पहले दम्पति हैं.

जब मेजर जनरल माधुरी कानितकर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया.

सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में दो साल पूरा करने के बाद मेजर जनरल माधुरी कानितकर को पिछले साल मई में उधमपुर में नई तैनाती दी गई थी जो सबसे अहम इसलिए भी मानी जाती है क्यूंकि इसकी ज़िम्मेदारी में, जम्मू कश्मीर और लदाख क्षेत्र के प्रभार वाली उत्तरी कमांड को युद्धक चिकित्सा देखभाल (कॉम्बैट मेडिकल केयर-combat medical care) मुहैया करना है. ये एक ऐसी कमांड है जो आतंकवाद और घुसपैठ निरोधक कार्रवाइयों के लिए भी काफी सक्रिय है.

मेजर जनरल माधुरी कानितकर

पुणे में सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज की पहली महिला अधिकारी डीन तो वो बनी ही, सेना चिकित्सा कोर में पिडीयेट्रिक नेफ्रोलोजी (paediatric nephrology) विभाग की स्थापना का श्रेय भी उनको जाता है. माधुरी कानितकर भारत की तीसरी ऐसी महिला और पहली ऐसी बाल रोग विशेषज्ञ हैं जो लेफ्टिनेंट जनरल के ओहदे तक पहुँची.

मेजर जनरल माधुरी कानितकर