हरजीत …! की हाल है तोहाडा बेटा?
बेटा तुसी ते बड़े बहादर निकले. (हरजीत बेटा क्या हाल है आपका ..आपने तो बहुत बहादुरी दिखाई)
इन दो वाक्यों के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को पंजाब पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) हरजीत सिंह को शाबाशी देते हुए बातचीत की शुरुआत की. एएसआई हरजीत सिंह उन्हीं पुलिसकर्मियों की टीम का हिस्सा थे जिस पर रविवार को पटियाला में कथित निहंगों के गुट ने हमला किया था. इस हमले में तलवार के वार से हरजीत का बायाँ हाथ कलाई से कट कर वहीं गिर गया था. हरजीत अपने उस कटे हाथ को थामकर साथी के साथ स्कूटी पर बैठकर जाते हुए देखे गये थे. बाद में उन्हें पूरे बन्दोबस्त के साथ चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल लाया गया था. यहाँ कल ही डॉक्टरों ने उनका हाथ लगाने का ऑपरेशन किया था.

सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज हरजीत सिंह का हौसला बढ़ाने के लिए ये बातचीत मोबाइल फोन पर वीडियो कॉलिंग के जरिये की. इसका मकसद, अपने फर्ज के प्रति कटिबद्ध हरजीत सिंह की तारीफ करने के साथ साथ ये संदेश भी देना था कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके और उनके जैसे तमाम पुलिसकर्मियों के साथ खड़ी जो लगन, मेहनत और संकल्प के साथ ड्यूटी कर रहे हैं.
ठीक 1 मिनट 21 सेकंड की इस बातचीत की भी रिकार्डिंग मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट की है.
बातचीत के दौरान मुस्कराते हुए हरजीत सिंह को देख मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एएसआई हरजीत की मुस्कराहट की भी तारीफ की और कहा, ‘ तुसी ते मुस्करा रहे हो, चंगी गल्ल है’. मुख्यमंत्री ने हरजीत सिंह को भरोसा दिलाया कि उनका हाथ पहले की तरह काम करने लगेगा. हरजीत को इस बात का विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने दो साल पुरानी एक घटना का भी जिक्र किया जो उनके ही जानकार धरमिंदर नाम के किसी मिस्त्री के साथ हुई थी. उस मिस्त्री के कटे हाथ को पटियाला के डॉक्टरों ने लगा दिया था. सीएम अमरिंदर सिंह ने हरजीत सिंह को भरोसा दिलाया कि उनकी हर ज़रूरत का ख्याल रखा जाएगा. हरजीत सिंह को आराम करने और दवा आदि लेते रहने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी तकलीफ या ज़रूरत लगे तो हरजीत अपने वरिष्ठ अधिकारी या एसपी से कह सकते हैं.