चंडीगढ़ में भ्रष्टाचार में फंसे पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर बहाल किए गए

109
इंस्पेक्टर जसविंदर कौर
चंडीगढ़ के  पुलिस महानिदेशक  ( डीजीपी DGP)  प्रवीर रंजन ने भ्रष्टाचार , रिश्वतखोरी आदि मामलों में आरोपी  चंडीगढ़ पुलिस के 2  इंस्पेक्टर समेत 4 अधिकारियों का निलंबन वापस लेकर उनको बहाल  कर दिया है. डीजीपी प्रवीर रंजन ने इनके बहाली आदेश को तुरंत लागू करने के साथ यह शर्त भी रखी है कि इन अधिकारियों को किसी संवेदनशील ड्यूटी पर तैनात नहीं किया जाए.

डीजीपी प्रवीर रंजन ने जिन चार अधिकारियों की बहाली का आदेश आज जारी किया है उनमें  दो  इंस्पेक्टर जसविंदर कौर  व  राजदीप सिंह हैं . यह दोनों ही एसएचओ  ( SHO) हुआ करते थे . वहीं बाकी दो में  सब इंस्पेक्टर सरबजीत कौर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर हरभजन लाल हैं.

 .  डीजीपी की तरफ से दिए गए आदेश चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय  में तैनात एसपी आईपीएस केतन  बंसल ने जारी किये हैं . इन आदेश में यह भी स्पष्ट कहा गया है कि भाल किये उपरोक्त पुलिसकर्मी अभियोजन पक्ष के गवाहों को प्रभावित नहीं करेंगे.
बहाली आदेश

बहाली कमेटी की सिफारिश के आधार पर :
चंडीगढ़ पुलिस प्रमुख आईपीएस प्रवीर  रंजन की तरफ से  जारी आदेश के मुताबिक़ निलंबित किये गए कार्मिको की बहाली समीक्षा समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखकर की गई है .  इस कमेटी ने विभिन्न  पहलुओं को लेकर उनके खिलाफ लगे आरोपों की पड़ताल  की है.  आदेश में कहा गया है कि  बहाल किये गए पुलिसकर्मियों के  खिलाफ चल रहे आपराधिक केस और विभागीय जांच पर इस बहाली का कोई असर नहीं पड़ेगा.

जसविंदर कौर पर 5 लाख रुपये रिश्वत का केस :  
दरअसल , इंस्पेक्टर जसविंदर कौर के खिलाफ चंडीगढ़ के मनीमाजरा निवासी गुरदीप सिंह ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई)  को शिकायत दी थी. यह जून 2020 का मामला है .  तब जसविन्दर कौर मनीमाजरा थाने की एस एच ओ थीं.   गुरदीप ने शिकायत में कहा  था कि इंस्पेक्टर जसविंदर कौर ने उसके खिलाफ पुलिस  केस दर्ज न करने के एवज में 5 लाख रुपये  की मांग की थी.  जसविंदर कौर ने गुरदीप को बोला था कि उसके खिलाफ रणधीर नाम के एक आदमी ने शिकायत की है जिसमें उस पर नौकरी लगवाने के बदले में 28 लाख रूपये हथियाने का इलज़ाम लगाया है. गुरदीप का कहना था कि उनकी पत्नी को हरियाणा में नौकरी लगवाने के लिए  रकम ली गई थी .

इंस्पेक्टर जसविंदर कौर के खिलाफ शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने  गुरदीप सिंह से कहा कि वह रणधीर से ली रकम  वापस कर दे, वर्ना उसके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करेगी. इसके बाद  इन्स्पेक्टर जसविंदर कौर ने गुरदीप से केस दर्ज न करने के बदले में 5 लाख रुपए मांगे थे. सीबीआई ने रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए भगवान् सिंह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. इसमें इन्स्पेक्टर जसविंदर की भूमिका को देखते हुए जसविंदर को सस्पेंड कर दिया गया था.


राजदीप जायदाद हड़पने में फंसा :

चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पेक्टर राजदीप सिंह की गिरफ्तारी एसआईटी (SIT) की तरफ से की गई थी.  राजदीप सिंह  सेक्टर 39 थाने में एस एच ओ  था .उस  पर सेक्टर 37 की एक कोठी हड़पने के आरोप थे. इस केस में कई लोग शामिल थे.  जब  शिकायतकर्ता ने इंस्पेक्टर राजदीप सिंह को शिकायत दी तो  उन्होंने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी. यह 2021 का केस है .


रिश्वतखोरी के और केस :

सब इंस्पेक्टर सरबजीत कौर  को सितंबर 2021 में 10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. तब सरबजीत कौर सेक्टर 34 थाने पर तैनात थी. ए एस आई हरभजन लाल को भारतीय वायुसेना के एक कार्मिक से 10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. यह फरवरी 2021 का मामला है. ए एस आई हरभजन लाल तब सेक्टर 34 थाने में तैनात था.