अपने बलिदानी साथियों को सलामी देने कई पूर्व कमिश्नर भी पहुंचे

15
दिल्ली पुलिस ने सेवा के दौरान अपने प्राण गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को सलामी दी
दिल्ली पुलिस ने पहली सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 के बीच अपने-अपने बलों की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों की याद में स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया. दिल्ली पुलिस के कई पूर्व आयुक्त समेत सेवानिवृत्त और सेवारत आईपीएस अफसर अधिकारी इस मौके पर खाकी के योद्धाओं को सलामी देने किंग्सवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइन्स ग्राउंड पहुंचे.
पुलिस स्मृति दिवस परेड के दौरान पुलिस स्मारक पर अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित किये
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ( ऑपरेशंस)   विवेक गोगिया,  ने इस अवधि के दौरान कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले दिल्ली पुलिस, राज्य और केंद्रीय पुलिस संगठनों के शहीदों के नाम पढ़े.  कुल मिलाकर, दिल्ली पुलिस के 5 सहित 216 पुलिसकर्मियों ने अपने-अपने बलों में सेवा करते हुए अंतिम सांस ली.
\उपरोक्त  अवधि के दौरान कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों का राज्य और केंद्रीय पुलिस संगठन-वार विवरण इस प्रकार है: आंध्र प्रदेश-2, अरुणाचल प्रदेश-2, असम-6, बिहार-15, छत्तीसगढ़-11, झारखंड-4, कर्नाटक-5, केरल-1, मध्य प्रदेश-23, महाराष्ट्र-3, मणिपुर-6, मेघालय-1, नागालैंड-4, ओडिशा-2, पंजाब-2, राजस्थान-20, तमिलनाडु-5, तेलंगाना-1, त्रिपुरा-3, उत्तर प्रदेश-2, उत्तराखंड-4, पश्चिम बंगाल-9, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह-1, जम्मू और कश्मीर-7, बीएसएफ-19, सीआईएसएफ-6, सीआरपीएफ-23, आईटीबीपी-6, एसएसबी-2, अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड-2, आरपीएफ-14 और दिल्ली-5,
 दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के पद से रिटायर होने के बाद राज्यपाल बने कृष्णकांत पॉल और भारतीय पुलिस सेवा की पहली महिला अधिकारी किरण बेदी ने स्मृति स्मारक पुष्प चक्र अर्पित  किये. किरण बेदी पुडुचेरी की उपराज्यपाल रही हैं .
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त राकेश अस्थाना और भीम सेन बस्सी
दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त आयुक्त  टी.आर. कक्कड़,  बी.के. गुप्ता, नीरज  कुमार , भीम सेन बस्सी  बस्सी, आलोक  कुमार वर्मा , राकेश अस्थाना , बालाजी श्रीवास्तव भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.   शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा गया.
21 अक्टूबर, 1959 को, दस पुलिसकर्मियों ने हॉट स्प्रिंग (लदाख ) में अपनी  मातृभूमि की अखंडता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी , असल में  तब  भारी हथियारों से लैस चीनी सैनिकों ने अक्साई चिन में भारतीय क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए उन पर  घात लगाकर हमला किया था.
1960 में पुलिस महानिदेशक / महानिरीक्षक सम्मेलन ( dgp ig conference )   के दौरान भारत के सभी पुलिस संगठनों के प्रमुखों ने इन दस वीर शहीदों की याद में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था.  तभी से , उन वीर शहीद पुलिसकर्मियों  को श्रद्धांजलि देने के लिए देशभर में पुलिस संगठन विभिन्न स्थानों पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करके अपने बिछड़े साथियों व उनके काम को याद करते हैं .