दिल्ली पुलिस नियंत्रण कक्ष की वैन में तैनात पुलिस कर्मियों की चुस्ती फुर्ती और सूझ बूझ ने सिर्फ न सिर्फ एक महिला की जान बचाई बल्कि अपना और अपनी इकाई का मान और जनता में पुलिस का भरोसा भी बढ़ाया.
ये घटना बुधवार की दोपहर बाद की है जब पश्चिम दिल्ली में नांगलोई मस्जिद के पास तैनात पुलिस नियन्त्रण कक्ष की वैन को संदेश मिला कि सूरजमल स्टेडियम के पास एक घर में महिला ने फांसी लगा ली है. वो मकान इतनी संकरी गली में था कि वैन को छोड़कर पुलिस कर्मियों को पैदल जाना पड़ा. पुलिस जब मकान की दूसरी मंजिल पहुंची तो उन्होंने लगभग 25 वर्षीय उस महिला को फर्श पर पड़ा पाया. परिवार वालों ने, लटकी हुई महिला के गले से फंदा खोलकर ज़मीन पर डाल दिया था. महिला के माँ बाप भी वहीँ थे.
पुलिसकर्मियों ने बिना समय गंवाए महिला को उठाया, दूसरी मंजिल से नीचे लाये और लगभग आधा किलोमीटर फासले तक भागते हुए लेकर वहां तक गये जहां रास्ता संकरा होने के कारण वो बीच में ही वैन छोड़कर आये थे. दिल्ली पुलिस नियंत्रण कक्ष के उपायुक्त (DCP, PCR) एसडी मिश्रा ने बताया कि उस वक्त महिला की सांस चल रही थी. पुलिस वैन फटाफट महिला को लेकर मंगोलपुरी में संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल पहुंची जहां डाक्टर महिला को बचाने में कामयाब रहे.
डीसीपी एसडी मिश्रा ने पुलिसकर्मियों के इस काम के प्रशंसा करते हुए कहा कि मानवीयता के नजरिये से हटकर किये गये इस काम के लिये ये पुलिस कर्मी उचित सम्मान और पुरस्कार के हकदार हैं, जो उन्हें दिया जायेगा.
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दिल्ली पुलिस के ये हैं वे 3 हीरो जिन्होंने जलते मकान से महिला को इस तरह बचाया