चीन के साथ बॉर्डर पर 1962 में हुई भिड़ंत के बाद वजूद में आये भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP – आईटीबीपी) को अपने 60 वें स्थापना दिवस पर और ताकत मिलने की उम्मीद बंधी है. चीन से सटी अपने देश की सीमा पर पहरा देते भारत के इन हीमवीरों के संगठन के लिए पिछले साल कुछ साजो सामान, नई सीमांत चौकियां आदि बढ़ाने को मंजूरी को देखते हुए माना जा रहा है कि इसको और जवान मुहैया कराने के लिए साल भर पहले शुरू की गई कवायद के नतीजे जल्दी मिलेंगे.
रविवार को आईटीबीपी के 60 वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अपने सम्बोधन में भारत के केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सरकार तमाम सुरक्षा बलों को वाहन और ‘लोजिस्टिक सपोर्ट’ देने के प्रति संकल्पबद्ध है. पर्वतीय क्षेत्रों में युद्ध करने में माहिर आईटीबीपी के जवानों को सम्बोधित करते हुए श्री राय ने बताया कि सरकार ने पिछले साल 47 नई सीमान्त चौकियां और एक दर्ज़न ‘स्टेजिंग कैंप’ (staging camp) की मंजूरी दी थी. केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि और जवानों की भर्ती के लिए नई बटालियन बनाने की शुरू हुई कवायद भी अंतिम दौर में है.
अधिकारियों का कहना है कि नई बटालियन बनाने के लिए सरकार को भेजा गया प्रस्ताव दो साल से लंबित है. इसके तहत पूर्वोत्तर सेक्टर मुख्यालय के लिए ये 7 बटालियन होनी चाहिए जिनके तकरीबन 8000 जवानों को अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक सीमा रेखा (एलएसी – LAC) पर तैनात किया जा सके.
श्री राय ने पिछले साल मई -जून के दौरान लदाख में चीनी बलों के जवानों के साथ झड़प में आईटीबीपी के जवानों की भूमिका की तारीफ़ की और कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने करारा जवाब दिया था. श्री राय ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या के मौके पर वीरता पुरस्कारों के लिए घोषित किये 20 अधिकारियों और जवानों को मेडल लगाये. इस दौरान उन्होंने हिमालय रेंज के ऑपरेशन स्नो लेपर्ड (operation snow leopard) का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये साफ़ साफ़ बड़ा संदेश है कि भारत किसी भी तरह अपनी अखंडता और सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा.
आईटीबीपी के महानिदेशक संजय अरोड़ा ने भी लदाख क्षेत्र में पिछले साल चीनी सैनिकों के साथ झड़पों के दौरान आईटीबीपी के जवानों की दिखाई बहादुरी की तारीफ़ की. उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आतीबीपी की तरह से उठाये गए कदमों की भी खूब तारीफ़ की.