मुंबई के पुलिस कमिश्नर के ओहदे से हटाये गये हाई प्रोफाइल आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के होमगार्ड के महानिदेशक का कार्यभार सम्भाल लिया है. सोमवार की दोपहर दक्षिण मुम्बई स्थित होमगार्ड दफ्तर में पहुंचे परमबीर सिंह ने खुद को मीडिया के सवालों से दूर रखा. उनकी जगह हेमंत नागराले को महाराष्ट्र की राजधानी का नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है.
अपने पुलिस करियर के शुरूआती दिनों से ही एक तेज़ तर्रार पुलिस अधिकारी की इमेज वाले, भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के परमबीर सिंह मुश्किल से साल भर ही उस माया नगरी मुंबई के पुलिस प्रमुख रह सके जिसमें अंडरवर्ल्ड का सफाया करने में भी उनकी ठीकठाक भूमिका रही. पहले भी राजनीति और नेताओं से सम्बन्धित मामलों के कारण चर्चा में आते रहे परमबीर सिंह के इस बार भी तबादले का ताल्लुक राजनीतिक कारणों से ही जोड़कर देखा जा रहा है.
भारत के जाने माने उद्योगपति मुकेश अम्बानी के मुंबई स्थित घर के पास से विस्फोटक वाली कार मिलने के मामले को ठीक से सम्भाल नहीं पाने के विवादित आरोप को आईपीएस परमबीर सिंह के इस बार के स्थानांतरण से जोड़कर देखा जा रहा है.
महाराष्ट्र सरकार ने 17 मार्च को परमबीर सिंह के तबादले के आदेश के साथ ही उनके ओहदे की जिम्मेदारी का अतिरिक्त प्रभार हेमंत नागराले को सौंपा था. श्री नागराले ने भी पुलिस के कमिश्नर की कुर्सी सम्भाल ली है. अपने तबादले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गृह मंत्री अनिल देशमुख की शिकायत करने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाया है.
आईपीएस परमबीर सिंह ने पत्र में इलज़ाम लगाया है कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख, वर्तमान में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए NIA) द्वारा गिरफ्तार किए गए ASI सचिन वाजे और अन्य अधिकारियों से मुंबई के रेस्तरां और बार से हर महीने 50 -60 करोड़ रुपये समेत 100 करोड़ रुपये की हर महीने उगाही करने को कहा था. इस चिट्ठी में इस घटना के एक एक पहलू को विस्तार से लिखा गया था.