पांच महीने लगे एसएसबी को नया चीफ पाने में, थाउसेन बने डीजी

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डॉ एस एल थाउसेन ने सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के तौर पर पद संभाला.

भारत की सीमा की रखवाली करने वाले बलों में से एक सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को पूर्णकालिक महानिदेशक देने में सरकार को आखिर पांच महीने का अरसा लगा. भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी डॉ एस एल थाउसेन ने सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के तौर पर आज नई दिल्ली में कुर्सी संभाली. अब तक एसएसबी का अतिरिक्त रूप से कामकाज देख रहे आईपीएस संजय अरोड़ा ने आईपीएस डॉ एस एल थाउसेन को एसएसबी की कमान की बैटन रस्मी तौर पर सौंपी. श्री अरोड़ा भारतीय सीमाओं की रखवाली करने वाली एक अन्य फ़ोर्स भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक हैं.

एसएसबी के महानिदेशक की कुर्सी पिछले साल कुमार राजेश चन्द्रा के रिटायर होने के बाद खाली हुई थी. एसएसबी मुख्य तौर पर भारत की नेपाल और भूटान सीमा के उन क्षेत्रों के प्रहरी का ज़िम्मा सम्भालती है जहां काफी स्थान पर बाड़ भी नहीं है.

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डॉ एस एल थाउसेन ने सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया.

1 जून 2022 को एसएसबी की कमान सम्भालने वाले डॉ थाउसेन भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं और अभी तक सीमा सुरक्षा बल (border security force) में विशेष महानिदेशक का ओहदा सम्भाल रहे थे. उज्जैन विश्विद्यालय से पीएचडी कर चुके डॉ थाउसेन न सिर्फ मध्य प्रदेश में ज़िले के पुलिस प्रमुख से लेकर विभिन्न ओहदों पर काम करने का अनुभव रखते हैं बल्कि विदेश में संयुक्त राष्ट्र अभियान में भी अपने सेवाएँ दे चुके हैं.

डॉ थाउसेन ने अच्छा खासा कार्यकाल देश में सबसे अहम माने जाने वाली सुरक्षा एजेंसी विशेष सुरक्षा दल में बिताया. एक बार उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के तौर पर 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा भी संभाली. दूसरी बार महानिरीक्षक (आईजी) के तौर पर 2009 से 2013 तक यहां रहे. इतना ही नहीं उन्होंने स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे कार्यक्रमों में सुरक्षा पर्यवेक्षक के तौर पर भी भूमिका निभाई. डॉ एसएल थाउसेन ने 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल जैसे कार्यक्रमों की व्यवस्था में भी सेवा दी.

एसपीजी के दो कार्यकाल के बीच अपने गृह कैडर मध्य प्रदेश में आईपीएस एस एल थाउसेन ने अपर महानिदेशक (इंटेलिजेंस) के पद पर भी काम किया. सितंबर 2014 से 2017 तक डॉ थाउसेन अपर महानिदेशक (ए जे के) के पद पर रहे. राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान बाहरी गतिविधियों में बेहतरीन परिवीक्षाधीन घोषित किया गया था.