उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए आईपीएस अशोक कुमार ( ips ashok kumar ) को हरियाणा के राई स्थित मोतीलाल नेहरू खेल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है. अशोक कुमार 1 मार्च को हरियाणा के सोनीपत ज़िले में बने राज्य के पहले खेल विश्वविद्यालय में अपना नया कार्यभार ग्रहण करेंगे. श्री कुमार और उनके परिवार के सदस्य खेलों की दुनिया से पहले से ही जुड़े हुए हैं. राई खेल विश्वविद्यालय के पहले कुलपति एसएस देशवाल ने कुछ ही दिन पहले इस्तीफा दे दिया था और हाल ही में उनका इस्तीफा मंजूर किया गया था. वैसे देशवाल भी रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी हैं . यूं उनसे पहले वर्ल्ड कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे क्रिकेटर कपिल देव ( cricket player kapil dev ) को यहां का कुलपति बनाया था लेकिन उन्होंने नियुक्ति नहीं ली थी.
भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के यूपी कैडर के अधिकारी अशोक कुमार 20 नवंबर, 2023 को उत्तराखंड में डीजीपी के पद से रिटायर ( retired dgp of uttarakhand ) हुए थे. यूं वह पानीपत के ही रहने वाले हैं लेकिन अब परिवार सहित उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बसे हुए हैं. वह खुद बैडमिन्टन खिलाड़ी हैं और आल इंडिया पुलिस बैडमिन्टन मुकाबले में चैम्पियन रहे हैं . उनकी बेटी कुहू गर्ग भी बैडमिन्टन खिलाड़ी है और कई अन्तर्राष्ट्रीय मुकाबले खेल कर मेडल हासिल कर चुकी हैं . वर्तमान में भी कुहू बैडमिंटन खेल रही है. पूर्व आईपीएस अशोक कुमार की पत्नी अलकनंदा अशोक भी भारतीय ओलंपिक संघ ( indian olympic association ) में संयुक्त सचिव हैं.
हरियाणा सरकार ने राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राई स्थित मोतीलाल नेहरू खेलकूद स्कूल के कैंपस में ही सूबे का पहला खेल विश्वविद्यालय बनाया था.
दिसंबर 2022 में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) से महानिदेशक के ओहदे से सेवानिवृत्त हुए हरियाणा कैडर के आईपीएस एसएस देशवाल ( ss deshwal ) को यहां कुलपति लगाया गया था. श्री देशवाल के इस्तीफे से खाली हुए इस पद पर उत्तराखंड के सेवानिवृत्त डीजीपी अशोक कुमार को कुलपति नियुक्त किया गया. वैसे खेल विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र के बीच एसएस देशवाल के कुलपति पद से इस्तीफा दिए जाने के कारणों का अभी पता नहीं चला है.
हरियाणा से अशोक कुमार का नाता :
मोतीलाल नेहरू खेल विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त किए गए अशोक कुमार पानीपत के गांव कुराना के मूल निवासी हैं. यूं आई आई टी दिल्ली के छात्र रहे अशोक कुमार ने सोनीपत के हिंदू महाविद्यालय से भी पढ़ाई की है. आईपीएस अशोक कुमार तीन साल तक सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ) में तो एक साल तक केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) में भी सेवाएं दे चुके हैं. यूं अशोक कुमार 1989 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी थे लेकिन साल 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन होने के बाद पर वह वहां चले गए.