वैश्विक महामारी कोविड 19 से एक महीने तक रण करते रहे पंजाब पुलिस के उपाधीक्षक वरिन्दरपाल सिंह ने आखिर प्राण त्याग दिए. जलंधर के शाहकोट क्षेत्र के डीएसपी वरिंदर पाल सिंह और हाल ही में कोविड से बढ़े मौत के आंकड़े पंजाब में तो बिगड़ते हालात की तरफ इशारा करते ही हैं वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण से पुलिस के प्रभावित होने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है.
पंजाब पुलिस के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने वरिंदर पाल सिंह और हाल ही में कुछ और पुलिसकर्मियों की कोविड 19 संक्रमण से मृत्यु पर दुःख और परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि दो गजेटेड अधिकारियों और होम गार्ड्स के छह जवानों समेत अब तक 56 पुलिस कार्मिकों की जान जा चुकी है. उन्हों बताया कि हाल ही में सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) नायब सिंह, एएसआई सरबजीत सिंह और एएसआई जोगिन्दर राम का कोरोना वायरस के संक्रमण से देहावसान हुआ.
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने बताया कि अब तक पंजाब पुलिस के 6386 कर्मी कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आये हैं और उनकी रिपोर्ट कोरोना पोजिटिव आई है. इनमें से 6135 इलाज से ठीक हो गए और 195 का इलाज चल रहा है.
डीएसपी वरिंदर पाल सिंह :
51 वर्षीय वरिन्दर पाल सिंह 1992 में पंजाब पुलिस में एएसआई के तौर पर भरती हुए थे. वरिन्दर पाल सिंह को 2019 में तरक्की देकर डीएसपी बनाया गया था और जुलाई 2020 में उन्हें शाहकोट के डीएसपी के तौर पर तैनात किया गया था. इससे पहले डीएसपी के तौर पर उनकी पहली तैनाती बरनाला में जुलाई 2020 में हुई थी. उनको लुधियाना के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. वरिन्दर पाल सिंह का परिवार लुधियाना में रहता है और बेटी कनाडा में रहती है.
रविवार को लुधियाना में ही वरिंदर पाल सिंह का अंतिम संस्कार किया गया. वरिंदर पाल सिंह के पिता हरदेव सिंह भी पंजाब पुलिस में थे और वह भी डीएसपी के ओहदे से रिटायर हुए थे.