क्योंकि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है इसलिए चुनाव आयोग की अनुमति के बाद बुधवार को राज्य सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी की. डॉ वर्मा ने दोपहर बाद पुलिस मुख्यालय पहुंचकर पुलिस महानिदेशक का पदभार संभाला.
इससे पहले महानिदेशक के पद से संजय कुंडू को रिटायर होने पर पर पुलिस लाइन्स में शानदार विदाई परेड का आयोजन हुआ. भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के अधिकारी संजय कुंडू 35 साल की सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं. हालांकि करियर के आखिरी साल में उनको विवाद का सामना करना पड़ा जब हिमाचल प्रदेश की हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई करते हुए उनको पुलिस प्रमुख के ओहदे से हटाने के आदेश दिए थे . इस पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने पर उनको राहत मिली और शीर्ष अदालत ने हाई कोर्ट के ऑर्डर पर स्थगन आदेश देते हुए संजय कुंडू की बहाली करवा दी थी. संजय कुंडू के खिलाव एक व्यवसायी ने शिकायत की थी.
संजय कुंडू की विदाई और नए डीजीपी डॉ अतुल वर्मा के कार्यभार संभालने के कार्यक्रम के दौरान कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे . दो महीने पहले ही हिमाचल प्रदेश सरकार ने डॉ अतुल वर्मा को सीआईडी प्रमुख की जिम्मेवारी सौंपी थी. आईपीएस डॉ. वर्मा मूल रूप से झारखंड के रहने वाले हैं और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान भी अहम पदों पर सेवाएं दे चुके हैं.
राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव के दौरान जब कांग्रेस ( congress ) के छह विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के प्रत्याशी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी तो सरकार के खुफिया तंत्र पर कई सवाल उठे थे. इसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें सीआईडी प्रमुख की ज़िम्मेदारी सौंपी थी .
वहीं संजय कुंडू के डीजीपी पद से सेवानिवृत्त होने से एक हफ्ता हिमाचल प्रदेश सरकार ने चुनाव आयोग से नया डीजीपी नियुक्त करने की इजाज़त मांगी थी. बाकायदा इसे लेकर तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल बनाया गया था. इनमें डॉ. अतुल वर्मा वर्मा के अलावा 1989 बैच के आईपीएस एसआर ओझा (महानिदेशक , कारागार ) और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे वर्ष 1990 बैच के श्याम भगत नेगी का नाम शामिल था. ये दोनों अधिकारी वरिष्ठता के लिहाज से डॉ. वर्मा के सीनियर सीनियर हैं.