
भारत की तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नासिक रोड स्थित काम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित रस्मी परेड के दौरान आर्मी एविएशन कोर को ‘प्रेसिडेंट्स कलर’ प्रदान किया. आर्मी एविएशन कोर की ओर से राष्ट्रपति कोविंद से कलर काम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल ने ग्रहण किया. बृहस्पतिवार को इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने आर्मी एविएशन कोर की सराहना की और राष्ट्र निर्माण के प्रति उसके जबरदस्त योगदान की प्रशंसा की.
आर्मी एविएशन कोर, भारतीय सेना की सबसे नई कोर है. हालांकि पिछले 32 वर्षों में इसने सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है और विभिन्न अभियानों के दौरान अपनी शूरवीरता प्रमाणित की है. 1986 में अपनी स्थापना के तत्काल बाद आर्मी एविएशन कोर ने श्रीलंका में ‘ऑपरेशन पवन’ के दौरान अपनी जबरदस्त युद्ध क्षमताओं का प्रदर्शन किया. इस कोर ने सियाचिन ग्लेशियर की बर्फीली पहाड़ियों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और नियमित रूप से 2000 फुट और उससे ज्यादा की ऊंचाई पर अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में, कोर इसके बेहद कुशल पायलट ‘ऑपरेशन मेघदूत’ में अभूतपूर्व कौशल और समर्पण के साथ सहयोग करते आ रहे हैं.
राष्ट्रपति ने आर्मी एविएशन के महानिदेशक एवं कर्नल कमांडेंट, लेफ्टिनेंट जनरल कंवल कुमार और सभी जवानों (सेवारत और सेवानिवृत्तं दोनों) को उनकी कर्तव्यपरायणता और पेशेवर आचरण के लिए बधाई दी.
इस समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और विभिन्न नागरिक और सैन्य गण्यमान्य हस्तियां मौजूद थी. थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस.राजेश्वर, चीफ ऑफ इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टॉफ लेफ्टिनेंट जनरल एस.के.सैनी, दक्षिणी कमान के जीओसी-इन-सी और लेफ्टिनेंट जनरल पी.सी.थिमैया, जीओसी-इन-सी एआरटीआरएसी और अनेक सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिक इस भव्य, समारोह और हेलिकॉप्टर फ्लाई पास्ट के साक्षी बने.