भारतीय नौसैनिकों के समुद्री डाकुओं से दो मुकाबले : 17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी छुड़ाए

60
भारतीय नौसैनिकों ने समुद्री डाकुओं को गिरफ्तार किया

भारतीय नौसेना  के युद्धपोत सुमित्रा ने  अरब सागर में 36 घंटे में समुद्री डाकुओं के खिलाफ  दो कामयाब ऑपरेशंस किये हैं . इन दोनों ही मामलों में समुद्री डाकुओं के गिरोह ने  ईरानी ध्वजवाहक मछली पकड़ने वाले जहाज को निशाना बनाया था . भारतीय नौसैनिकों ने डाकुओं को गिरफ्तार कर बंधक बनाए गए चालक दल को सुरक्षित तरीके आज़ाद कराया.

इन ऑपरेशंस नौसेना ने  के दौरान  मछली पकड़ने वाले जहाज़  इमान ( FV Iman ) पर समुद्री डकैती के दुस्साहस को विफल करते हुए, सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और सफल समुद्री डकैती विरोधी अभियान को अंजाम दिया है.  अन्य  अभियान में मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी और उसके चालक दल (19 पाकिस्तानी नागरिक) को 11 सोमाली समुद्री डाकुओं से बचाया गया है.

भारतीय नौसेना के स्वदेशी अपतटीय गश्ती युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ( ins sumitra ) को सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी ( bay of adan ) में समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात किया गया है. इस युद्धपोत को   28 जनवरी 2024 को एक ईरानी ध्वजवाहक मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) इमान के अपहरण से जुड़ा एक संकट संदेश मिला था. संदेश में कहा गया था कि  इस जहाज के चालक दल को समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था. आईएनएस सुमित्रा ने तय प्रक्रिया  का पालन करते हुए इमान  को रोका और जहाज पर मौजूद चालक दल (17 ईरानी नागरिकों) को 29 जनवरी 2024 की सुवह सुरक्षित बचा लिया गया.  एफवी इमान को पूरी तरह से दस्यु मुक्त सुरक्षित  करने के बाद आगे की यात्रा पर रवाना कर दिया गया .

समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसैनिकों का अरब सागर में ऑपरेशन

इसके पश्चात, एक अन्य ईरानी ध्वजवाहक मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी ( al naeemi ) को खोजने और उसे सुरक्षित बचाने के लिए आईएनएस सुमित्रा ने फिर से कार्रवाई शुरू की. इस जहाज और इसके चालक दल (19 पाकिस्तानी नागरिक) को भी समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था. सुमित्रा के नौसैनिकों ने 29 जनवरी 2024 को  अल नईमी को रोक लिया.  डाकुओं के खिलाफ जबरदस्त और शीघ्रता के साथ प्रभावी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उन्हें चालक दल और जहाज की सुरक्षित रिहाई पर मजबूर कर दिया. जहाज पर साफ-सफाई करने और सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा बंदी बनाए गए चालक दल की स्वास्थ्य जांच के लिए इसे बोर्डिंग भी किया गया.

आईएनएस सुमित्रा ने 36 घंटे से भी कम समय में, त्वरित, निरंतर और अथक प्रयासों के माध्यम से कोच्चि से लगभग 850 एनएम पश्चिम में दक्षिण अरब सागर में 36 चालक दल (17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी) के साथ दो अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों को सुरक्षित बचाते हुए व्यापारिक जहाजों पर समुद्री डकैती जैसे कृत्यों के लिए उनका भविष्य में मदरशिप के रूप में उपयोग किया जाता है .
भारतीय नौसेना ने समुद्र में सभी नाविकों और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में सभी समुद्री खतरों के खिलाफ कार्रवाई करने में इस क्षेत्र में एक बार फिर से अपनी प्रतिबद्धता सिद्ध की है .