मिशन सागर में INS Kesari : भारतीय डाक्टरों ने कोविड 19 से जंग में मॉरीशस की मदद की

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भारतीय नौसेना का जहाज ‘केसरी’

मिशन सागर के तहत वैश्विक महामारी कोविड 19 से जंग के दौर में डॉक्टरों के नेतृत्व में मारीशस के पोर्ट लुईस भेजा गया भारतीय दल नौसेना के जहाज ‘केसरी INS Kesari’ पर लौट आया है. पोर्ट लुईस में तैनाती के दौरान इस दल ने वहां के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मिलकर ऐसे कई आयोजन और कार्यक्रम किये जो कोविड 19 संक्रमण को रोकने में सहायक हों. ये अभियान भारत के रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के घनिष्ठ समन्वय के साथ चलाया जा रहा है.

रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक़ नौसेना का जहाज़ केसरी 14 जून को भारतीय नौसेना की 14 सदस्यीय चिकित्सा टीम को वापस लाने के लिए पोर्ट लुईस की ओर लौटा. केसरी ने इस दल को 23 मई पोर्ट लुईस की अपनी पिछली यात्रा के दौरान उतारा था. इस दल में विशेषज्ञ डॉक्टर और सहयोगी कर्मचारी शामिल हैं. उनको कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में मदद देने, रोग के प्रसार को नियंत्रित करने में अपनी विशेषज्ञता को साझा करने और जीवन के जोखिम को कम करने में सहायता करने के मकसद से पोर्ट लुईस में उतारा गया था.

मारीशस का पोर्ट लुईस

पोर्ट लुईस में अपनी तैनाती के दौरान, चिकित्सा दल ने विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं वाले परिसरों का दौरा किया जिसमें क्षेत्रीय अस्पताल, फ्लू क्लीनिक, ईएनटी अस्पताल (मॉरीशस में कोविड के लिए नामित अस्पताल), क्वारंटाइन केंद्र, केंद्रीय स्वास्थ्य प्रयोगशाला, मॉरीशस में कोविड परीक्षण सुविधा केंद्र और विक्टोरिया अस्पताल में स्थित एसएएमयू (आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं), मुख्यालय सह नियंत्रण केंद्र शामिल हैं.

भारतीय चिकित्सा दल ने सभी स्तरों पर स्वास्थ्य योद्धाओं के साथ बातचीत की और कोविड-19 के प्रबंधन के लिए बेहतरीन तौर तरीकों को साझा करने की दिशा में सार्थक विचार-विमर्श किया. हैंड हाइजीन, स्क्रीनिंग और ट्राइएज, डिसइन्फेक्शन और पीपीई जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्तुति दी गई और कार्यशालाएं आयोजित की गईं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन सत्रों के दौरान दर्शकों की प्रतिक्रिया बहुत अधिक उत्साह बढ़ाने वाली थी. टीम ने स्वास्थ्य कर्मियों की तरफ से, भविष्य के संदर्भ में दिए गए दो दस्तावेज़ों ‘गाइड टू कंटेन एंड कॉम्बैट कोविड-19’ और ‘मैनुअल ऑन ट्रेनिंग ऑफ हेल्थ केयर वर्कर्स’ के पीडीएफ संस्करणों को भी साझा किया गया. मॉरिशस में उप उच्चायुक्त (डिप्टी हाई कमिश्नर) जनेश केन ने आईएनएस केसरी पर पोतारोहण करने के लिए चढ़ने से पहले भारतीय नौसेना के चिकित्सा दल के साथ बातचीत की.

मारीशस का पोर्ट लुईस

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है,” ‘मिशन सागर’ इस क्षेत्र में पहले उत्तरदाता के रूप में भारत की भूमिका के अनुरूप है और कोविड-19 महामारी और इसके कारण उत्पन्न हुई कठिनाइयों से लड़ने के लिए दोनों देशों के बीच के मौजूदा संबंधों को उत्कृष्ट बनाता है”. चिकित्सा दल की यह तैनाती ‘सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन’ के नज़रिये के मुताबिक़ है जो हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ भारत की तरफ से रिश्तों को दी जा रही अहमियत पर रोशनी डालता है.