कोविड-19 से युद्ध करने के लिए भारत के पूर्व सैनिक भी मैदान में उतरे

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हिम्पेस्को (HIMPESCO) ने हिमाचल प्रदेश कोविड 19 सॉलिडेरिटी रेस्पोंस फण्ड के लिए 51 लाख रुपये की राशि दान की है.

वैश्विक महामारी कोविड-19 (COVID 19) से निपटने में सेना, नौ सेना और वायु सेना से संबंधित पूर्व-सैनिक (Ex Servicemen) भी सरकारों और नागरिक प्रशासन का साथ दे रहे हैं. वे आपदा से निपटने के लिए दान तो कर ही रहे हैं साथ ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. यही नहीं पूर्व सैनिक खाने – पीने जैसी आवश्यक वस्तुओं के साथ अन्य सामान की आपूर्ति और वितरण में भी मदद कर रहे हैं.

रक्षा मंत्रालय का पूर्व-सैनिक कल्याण विभाग (डीईएसडब्ल्यू) इसके लिए Ex Servicemen के साथ समन्वय कर रहा है. केंद्रीय सैनिक बोर्ड पूरे देश में राज्य स्तर पर 32 राज्य सैनिक बोर्डों और 403 जिला सैनिक बोर्डों के नेटवर्क के माध्यम से संपर्क में है.

हिमाचल प्रदेश में Ex Servicemen. बीच में हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) खुशाल ठाकुर

हिमाचल प्रदेश :

हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) खुशाल ठाकुर ने बताया कि हिम्पेस्को (HIMPESCO) ने हिमाचल प्रदेश कोविड 19 सॉलिडेरिटी रेस्पोंस फण्ड के लिए 51 लाख रुपये की राशि दान की है.

कर्नाटक :

ब्रिगेडियर रवि मुनिस्वामी (सेवानिवृत्त) कर्नाटक में इस प्रयास का समन्वय कर रहे हैं. वह बंगलुरू में पूर्व-सैनिकों के 45 अनुभवी साइकिल सवार दल का नेतृत्व कर रहे हैं जो एक व्हाट्सएप समूह के माध्यम से शहर में वृद्धों और अशक्तों को दवाइयां और आवश्यक सामान की आपूर्ति कर रहे हैं. इसके अलावा धारवाड़, दावनगेरे, शिवामोगा, हासन, मैसूर और कोडगू में कई पूर्व-सैनिक वालंटियर भोजन वितरण और लॉकडाउन प्रबंधन में सहायता कर रहे हैं.

कर्नाटक में आम लोगों की सेवा में लगे Ex Servicemen

आंध्र प्रदेश :

लगभग 300 पूर्व-सैनिक आंध्र प्रदेश में पुलिस की मदद कर रहे हैं. मंगलगिरी में ताडेपल्लीगुडेम, पश्चिम गोदावरी जिला संघ और 28 एयर डिफेंस रेजिमेंट पूर्व-सैनिक संगठन जैसे कुछ पूर्व-सैनिक संघ गरीबों के बीच भोजन और ज़रूरी सामान बाँट रहे हैं. श्री चैतन्य पूर्व-सैनिक संघ, भीमुनिपट्टनम लॉकडाउन कामयाब बनाने में पुलिस की मदद कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेश :

ब्रिगेडियर रवि (सेवानिवृत्त) के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में जिला सैनिक बोर्ड वयोवृद्ध पूर्व-सैनिकों की मदद करने के साथ-साथ राशन वितरण, सामुदायिक निगरानी और जरूरतमंदों के लिए सामुदायिक रसोई घर चलाने की निगरानी में Ex Servicemen की एक टीम के साथ मदद कर रहा है. वे पहले ही राज्य में सेना चिकित्सा कोर से 6,592 पूर्व-सैनिकों की पहचान कर उनसे संपर्क कर चुके हैं और वे किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयारी कर चुके हैं.

पंजाब :

पंजाब राज्य सैनिक बोर्ड निदेशक ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) सतिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने 4,200 Ex Servicemen को शासन संरक्षक के रूप में नियुक्त किया है जो पंजाब के हर गांव में डाटा संग्रह और सामुदायिक निगरानी के लिए मौजूद हैं.

छत्तीसगढ़ :

छत्तीसगढ़ में इस काम का समन्वय कर रहे रिटायर्ड एयर कोमोडोर ए एन कुलकर्णी ने जानकारी दी है कि बिलासपुर, जांजगीर और कोरबा में कुछ Ex Servicemen राज्य पुलिस को मदद दे रहे हैं.

उत्तर-पूर्व :

सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर नारायण दत्त जोशी 300 पूर्व-सैनिक कार्यकर्ताओं के साथ असम के 19 जिलों में मदद के लिए तैयार हैं जबकि शिलांग में रिटायर्ड कर्नल गौतम कुमार राय 79 वोलंटियर्स के साथ स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए तैयार हैं. त्रिपुरा से रिटायर्ड ब्रिगेडियर जेपी तिवारी के मुताबिक़ Ex Servicemen वालंटियर्स की सूची राज्य और जिला प्रशासन के साथ साझा की गई है और वे सौंपी गई किसी भी ड्यूटी को करने के लिए तैयार हैं.

झारखंड, हरियाणा एवं उत्तराखंड :

इसी तरह झारखंड से रिटायर्ड ब्रिगेडियर पाठक, हरियाणा से कर्नल राहुल यादव (सेवानिवृत्त) और उत्तराखंड से ब्रिगेडियर केबी चंद (सेवानिवृत्त) ने अपने-अपने राज्यों में ऐसा ही किया है.