पोनंग डोमिंग अरुणाचल प्रदेश की पहली महिला जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बनीं

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पोनंग डोमिंग अरुणाचल की पहली महिला बनीं.

पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट की पोनंग डोमिंग को भारतीय सेना में अब मेजर से तरक्की देकर लेफ्टिनेंट कर्नल बना दिया गया है. 2008 में भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती हुईं पोनंग डोमिंग लेफ्टिनेंट कर्नल के रैंक तक पहुँचने वाली अरुणाचल प्रदेश की अब पहली महिला सैनिक अधिकारी हैं. उन्हें सोमवार को पुणे में लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक की फीत लगाई गईं. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने उन्हें इसके लिए ट्वीट करके बधाई दी है.

अरुणाचल प्रदेश में आर्थिक रूप से बेहद तंग हालात में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद पोनंग डोमिंग ने महाराष्ट्र से इंजीनियरिंग की. शुरू से ही मेधावी छात्रा रही पोनंग डोमिंग ने 12 में कबीलाई विद्यार्थियों में टॉप किया था. इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र का रुख किया और यहाँ के वालचंद कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने सर्विस सलेक्शन बोर्ड की परीक्षा पास करके सेना में बतौर लेफ्टिनेंट कमीशन पाया. साढ़े चार साल सेना में सेवा के बाद उन्हें मेजर बना दिया गया था और उस समय सेना में इस ओहदे पर पहुँचने वाली वह अरुणाचल की पहली महिला सैन्य अधिकारी बनी थीं.

सेना में अलग अलग जगह विभिन्न रैंक पर काम कर चुकी पोनंग डोमिंग संयुक्त राष्ट्र की शान्ति सेना के मिशन के तहत कांगो में भी तैनात रह चुकी हैं.

बचपन या स्कूल की पढ़ाई के दौरान कभी भी सेना में जाने की न सोचने वाली अब ‘ऑलिव ग्रीन’ में बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि अगर मेरे जीवन से प्रेरणा लेकर अगर एक शख्स भी अरुणाचल प्रदेश के लिए थोड़ा बहुत भी कुछ करता है तो मैं खुद को आशीषयुक्त समझूंगी.

पुणे में बेटी को कर्नल बनाये जाने की रस्म देखने के लिए पासीघाट के ओलोम डोमिंग और उनकी पत्नी जिम्मी डै डोमिंग विशेष तौर से पहुंचे थे. उनके लिए और उनकी बेटी के पोनंग डोमिंग के लिए ये बहुत भावुक पल थे. ये पल अरुणाचल प्रदेश की अलग अलग क्षेत्रों में कामयाबी का परचम फैलाने वाली महिलाओं के इतिहास में दर्ज होगा, वहीं ये पल तब भी याद किये जायेंगे जब इस राज्य में सेना में महिलाओं का इतिहास लिखा जायेगा.

इस अवसर पर, जीवन के संघर्षमय समय को याद करते हुए पोनंग ने कहा कि इतनी दूर से सफ़र करके मेरे माता पिता मेरी तरक्की को देखने आये हैं और इससे मैं तो बहुत खुश हूँ ही, ये मेरे लिए गर्व करने का भी मौका है. उन्होंने मुख्यमंत्री पेमा खांडू के उनको ट्वीट करके बधाई देने पर भी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए इसे अपने लिए उत्साहवर्धक बताया.

लेफ्टिनेंट कर्नल पोनंग डोमिंग की माँ जिम्मी डै डोमिंग वन विभाग में काम करती हैं और आदि बाने केबांग महिला प्रकोष्ठ की कार्यकर्ता की हैसियत से समाज सेवा भी करती हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी बेटी की तरक्की पर गर्व महसूस होता है.’