सिक्किम पूर्व सैनिकों को विभिन्न फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करेगा

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प्रतीकात्मक तस्वीर

रक्षा मंत्रालय में पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव डॉ नितेन चंद्रा ने आउटरीच कार्यक्रम ‘समाधान अभियान’ के हिस्से तौर पर  पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया. उन्होंने इस दौरान सोमवार को   पूर्व सैनिकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अमल के हालात का जायजा लिया.   पूर्व सैनिकों ( ex servicemen) की वित्तीय सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक बड़े कदम के तौर पर , डॉ चंद्रा ने  राज्य सैनिक बोर्ड और जिला सैनिक बोर्डों को पूरे क्षेत्र में सामान्य सेवा केंद्र और पीएम जन औषधि केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया, जो पूर्व सैनिकों द्वारा चलाए जाएंगे.

एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, डॉ. नितेन चंद्रा  ( dr niten chandra ) ने गंगटोक में सिक्किम के मुख्य सचिव वी.बी. पाठक से मुलाकात की और पूर्व सैनिकों के लिए कल्याण उपायों को मजबूत करने के रोडमैप पर चर्चा की. बैठक के दौरान इस बिंदु  पर चर्चा की गई कि राज्य बागवानी विभाग की सहायता से, पूर्व सैनिकों के सहकारी समूहों को क्षेत्र में एवोकाडो, संतरे, कीवी और पैशन फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.

डॉ. चंद्रा ने भारतीय सेना की 17 माउंटेन डिवीजन ( 17 mountain division)  का दौरा किया जहां जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अमित कबथियाल ने उनका स्वागत किया. डॉ. चंद्रा ने वहां ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक, स्पर्श सुविधा केंद्र और वेटरन्स सुविधा केंद्र समेत अलग अलग किस्म के कई  रक्षा प्रतिष्ठानों का दौरा किया और लाभार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने पूर्व सैनिकों  के साथ बातचीत की और स्पर्श पेंशन, स्वास्थ्य देखभाल और उनके पुनर्वास सहित अन्य मुद्दों के बारे में पूछताछ की.

सुविधा अभियान के दौरान, महानिदेशक (पुनर्वास) मेजर जनरल एसबीके सिंह ने पूर्व सैनिकों  के कौशल और दक्षताओं को बढ़ाने के लिए उपलब्ध विभिन्न कार्यक्रमों और उनके पुनर्वास के लिए उद्यमिता मॉडल के बारे में विस्तार से बताया. विज्ञप्ति के मुताबिक़ इस ‘समाधान अभियान’  में क्षेत्र भर से बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों ने  हिस्सा लिया.