कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती… ये लाइनें तब अचानक याद आ जाया करती हैं अभिषेक धीमान और उनके जैसे किसी शख्स की जब कभी चर्चा होती है. अपने संकल्प को पूरा करके सफलता हासिल करने की धुन में जोश और होश दोनों का संतुलन बनाकर चले हिमाचल प्रदेश अभिषेक धीमान उन कई लोगों और खासतौर से नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं जो सफर पूरा करने तक हार मानने को तैयार नहीं होते.
बचपन से ही बड़ा कुछ करने की ठाने बैठे हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर ज़िले की गलोड़ तहसील के रहने वाले अभिषेक ने आखिर संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा (upsc exam यूपीएससी परीक्षा) पास कर ही ली. रैंकिंग के आधार पर अभिषेक धीमान का चयन भारतीय पुलिस सेवा (Indian police service) अधिकारी के लिए हुआ है. यूपीएससी परीक्षा परिणाम में अभिषेक धीमान की रैंकिंग 374 रही. अभिषेक फिलहाल हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HAS – एचएएस) प्रशिक्षु अधिकारी के तौर पर शिमला में ट्रेनिंग कर रहे हैं. इससे पहले अभिषेक धीमान ननखड़ी में खंड विकास अधिकारी (BDO – बीडीओ) के रूप में सेवाएं दे चुके हैं. ग्राम पंचायत नारा के रटेड़ा रटेड़ा गाँव के रहने वाले अभिषेक धीमान के पिता आरसी कौंडल लोक निर्माण विभाग में एसडीओ के पद से रिटायर हुए हैं. उनकी मां माता इंदिरा रानी स्कूल टीचर हैं.
अभिषेक ने 12वीं तक की पढ़ाई हमीरपुर के एक प्राइवेट स्कूल से की है. इसके बाद उन्होंने बीटेक (B Tech) की पढ़ाई तमिलनाडु से की. सन् 2018 में अभिषेक का चयन एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर हो गया था, लेकिन उन्होंने ये नौकरी कबूल नहीं की. उनका सपना तो ऊँची उड़ान का था. इसके बाद अगले साल यानि वर्ष 2019 में अभिषेक का चयन खंड विकास अधिकारी (bdo – बीडीओ) के पद पर हुआ. इस ओहदे पर तकरीबन एक साल तक सेवाएं देने के साथ-साथ अभिषेक ने यूपीएससी की तैयारी भी जारी रखी. इस बार यूपीएससी की परीक्षा पास करने की उनकी तीसरी कोशिश थी जो कामयाब रही.