राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को लोग तीर्थस्थल मानें, ऐसा बन्दोबस्त होगा

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केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि दी.

पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर भारत भर में विभिन्न पुलिस संगठनों ने देशभर अपने उन साथियों को याद किया और सलामी दी जिन्होंने 60 साल पहले चीनी हमले में जान गंवाई थी. मुख्य कार्यक्रम का आयोजन राजधानी नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर हुआ जिसे पिछले साल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया था. यहाँ इस बार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्मारक पर पुष्पांजलि दी. तकरीबन सभी पुलिस संगठनों के प्रमुख भी परम्परा के मुताबिक यहाँ उपस्थित थे. असम की राजधानी गुवाहाटी में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी असम पुलिस की तरफ से किये गये स्मृति दिवस समारोह में शामिल हुए.

पुलिस स्मृति दिवस परेड के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि आज जिन शहीद पुलिसकर्मियों के नाम शहीदों की सूची में शामिल किए गए हैं उन सभी के परिवारों के प्रति समग्र देश की ओर से अत्यंत आदर के साथ कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. श्री शाह ने कहा कि आमतौर पर पुलिस का काम सरकारी कर्मी के रूप में दिखाई पड़ता किंतु जब नज़रिया बदल कर देखते हैं तो मालूम पड़ता है कि चुपचाप अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले पुलिस के जवानों का देश के प्रगति के पथ पर अग्रसर होने में कितना अहम योगदान है.

श्री शाह ने कहा कि पुलिस के काम में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास पहुंचाने तथा जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई एवं राज्य को भारत का अभिन्न अंग बनाने में सहायता करना भी शामिल है. उन्होंने आपदा प्रबंधन में पुलिस के कौशल की तारीफ की.

पुलिस का तीर्थस्थल :

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भरोसा दिलाया यह पुलिस स्मारक न केवल स्मारक बनकर रहेगा बल्कि यहाँ से पुलिस के कर्तव्य निर्वहन को गौरव प्रदान करने की दिशा में अनेक प्रकार की गतिविधियां संचालित की जायेंगी जो देश को पुलिस की गाथा सुनाने का काम करेंगी. देश के बच्चे, पर्यटक इस स्थान को तीर्थ स्थल मानकर यहां शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने आएं, ऐसी व्यवस्था की जाएगी.

उन्होंने हॉट स्प्रिंग्स (Hot Springs) लड़ाई को याद किया और इसमें शहीद हुए सीआरपी जवानों की वीरता को याद किया. पुलिस स्मृति दिवस सीआरपीएफ जवानों के असीम समर्पण और सराहनीय साहस के लिए मनाया जाता है.

गुवाहाटी में कार्यक्रम :

असम पुलिस की तरफ से गुवाहाटी में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की.

असम पुलिस की तरफ से गुवाहाटी में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस समारोह में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. स्मृति परेड के दौरान अपने संबोधन में श्री रेड्डी ने कहा कि पूरा देश पुलिस स्मृति दिवस पर हमारे पुलिस कर्मियों और उनके परिजनों को सलामी देता है और अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मियों को गर्व से याद करता है. असम पुलिस की उत्कृष्ट सेवाओं को रेखांकित करते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि कई दशकों से अलगाववाद और उग्रवाद का सामना करने के दौरान असम पुलिस ने अदम्य साहस, शक्ति और पेशेवर गुणों का परिचय दिया है.

उग्रवाद, अलगाववाद और अपराध से लड़ने और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा सुनिश्चित करने व कानून व व्यवस्था को बनाए रखने तथा बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करने में असम पुलिस कर्मियों ने अपने जीवन की आहूति दी है. असम राज्य में कानून व व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1964 से अब तक कुल 879 असम पुलिस कर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है.

श्री रेड्डी ने कहा कि असम पुलिस के कारण राज्य में सुरक्षा स्थिति पूरी तरह से बदल गई है और राज्य शांति और समृद्धि के नये युग में प्रवेश कर चुका है.

मीडिया से बात करते हुए श्री रेड्डी ने सभी अलगाववादी और उग्रवादी गुटों से हथियार डालने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि वे भी राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे सकते हैं. भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रत्येक व्यक्ति को हिंसा का त्याग करना चाहिए. शांतिपूर्ण माहौल में आपसी संवाद से जरिए प्रत्येक समस्या का समाधान निकाला जा सकता है.

केन्द्रीय मंत्री, असम के डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी स्मृति परेड में शामिल हुए और स्मृति स्तम्भ पर पुष्प अर्पित किए. कार्यक्रम के दौरान असम पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने 1 सितंबर, 2018 से 31 अगस्त, 2019 के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मियों/व्यक्तियों के नाम पढ़े.