भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के निलंबित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) जीपी सिंह को राज्य के आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने हरियाणा के गुरुग्राम से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. छत्तीसगढ़ के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के प्रमुख रह चुके भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी (IPS) जीपी सिंह पर राजद्रोह, आय के ज्ञात स्त्रोत से अधिक संपत्ति जैसे संगीन केस दर्ज है. इसके अलावा भी जीपी सिंह पर आरोप लगे हैं.
ईओडब्ल्यू (EOW) में जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में पिछले साल (जुलाई 2021) मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था. केस दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू ने कई बार आईपीएस जीपी सिंह को पूछताछ के लिए तलब किया लेकिन वह कभी पेश नहीं हुए. इसी बीच उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट से राहत के लिए कोशिश जारी रखीं. लेकिन जीपी सिंह पिछले छह महीने से गायब थे और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी.
एक वक्त में छत्तीसगढ़ राज्य के ताकतवर पुलिस अधिकारी माने जाने वाले जीपी सिंह को जब उच्च न्यायालय ने कोई राहत नहीं दी तो उन्होंने उच्चतम न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया. वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली. ईओडब्ल्यू (EOW) की एक टीम उच्चतम न्यायालय से उन्हें राहत नहीं मिलने के बाद से ही दिल्ली में रहकर उन पर नजर रख रही थी और उन्हें आखिरकार मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. दिलचस्प है कि आईपीएस जीपी सिंह जिस विभाग के चीफ थे वहीं उसके खिलाफ अपराध दर्ज है.