दिल्ली पुलिस के ऑपरेशन डी 24 की कामयाबी की दास्तान, टीम को 7 लाख इनाम

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दिल्ली पुलिस
कमिश्नर राकेश अस्थाना ने अंतरराज्यीय गैंगस्टर और लेडी डान को कई महीनों की मशक्कत के बाद धर दबोचने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हौसला आफजाई की.

कुछ ही अरसे में अपने लगातार बढ़ते नेटवर्क की वजह से उत्तर भारत में अंडरवर्ल्ड डॉन बनकर अपराध की दुनिया पर एकछत्र राज कर रहे कुख्यात काला जेठड़ी को शिकंजे में लेने के लिए इस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन की ज़िम्मेदारी दिल्ली पुलिस के उस स्पेशल सेल को दी गई थी जिसका इतिहास वीरता की कई कहानियाँ समेटे हुए है. स्पेशल सेल के 38 जांबाजों की चार महीनों की मेहनत, हिम्मत और टेक्नोलॉजी की मदद के बूते पर ऑपरेशन डी 24 (Op D 24) को सरंजाम दिया गया जो हाल के अरसे में देश की राजधानी की पुलिस को खतरनाक अपराधी गिरोहों के खिलाफ मिली सबसे बड़ी कामयाबी कही जा रही है. शायद ही कोई ऐसा खतरनाक अपराध हो जो अचानक शक्तिशाली हो गये इस गैंग के बदमाशों ने ना किया हो.

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कमिश्नर राकेश अस्थाना ने अंतरराज्यीय गैंगस्टर और लेडी डान को कई महीनों की मशक्कत के बाद धर दबोचने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हौसला आफजाई की.

स्पेशल सेल के उपायुक्त (डीसीपी) मनीष चंद्रा की अगुआई में इस खतरनाक गिरोह के सरगना तक पहुँच अपने कब्ज़े में लेने वाली दिल्ली पुलिस की इस टीम के सदस्यों से नव नियुक्त कमिश्नर राकेश अस्थाना ने मुलाक़ात की, सराहना की और इसी के साथ इनाम का ऐलान किया गया – 7 लाख रुपये. गिरोह के सरगना काला जेठड़ी का असली नाम संदीप और इसकी साथी अनुराधा चौधरी है जो पूरे फ़िल्मी स्टाइल में सिख दम्पति बनकर तमाम राज्यों की पुलिस को गच्चा देते हुए कानून शिकंजे से बचते रहे और साथ ही अपनी गतिविधियाँ भी करते रहे. इन्हें धर दबोचने के लिए जो ख़ास टीम बनाई गई उसकी प्लानिंग और हर छोटे बड़े कदम का निर्णय लेने में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राहुल विक्रम के साथ इन्स्पेक्टर विक्रम दहिया और इन्स्पेक्टर संदीप डबास की अहम भूमिका रही.

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब से लेकर दूर दराज़ के बिहार, गुजरात, आंध्र प्रदेश और यहाँ तक कि गोवा तक में इस गिरोह को तलाश करने के लिए अभियान छेड़ा गया था. इस तलाशी के दौरान मिले एक वीडियो से ही खुलासा हुआ कि काला जेठड़ी ने दाढ़ी बढ़ाकर और पगड़ी पहनकर एक सिख शख्स का वेश धरा हुआ है और अनुराधा चौधरी को अपनी पत्नी की तरह साथ रखता है. स्पेशल सेल के विशेषज्ञ इनकी तलाश में जब जब भी जहां जहां पहुंचे वहां वहां पता चला कि एक दिन यानि महज़ 24 घंटे पहले तक काला और अनुराधा यहीं थे. बस यहीं पर इस ऑपरेशन का नाम रखा गया ऑपरेशन डी 24 (Op D 24) जो फिर डी – 20, डी-16, डी-12 में तब्दील किया जाता रहा और अंतत: मुकम्मल हुआ 30 जुलाई को सहारनपुर-यमुना नगर हाईवे पर जो हरियाणा को उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से जोड़ता है.

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कमिश्नर राकेश अस्थाना ने अंतरराज्यीय गैंगस्टर और लेडी डान को कई महीनों की मशक्कत के बाद धर दबोचने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हौसला आफजाई की.

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की टीम ने दोनों को सरसावा टोल के पास से धर दबोचा. 37 साल का संदीप उर्फ़ काला जेठड़ी हरियाणा के सोनीपत ज़िले के राई थाना क्षेत्र के जेठडी का गाँव का रहने वाला है. उसकी हमउम्र साथी अनुराधा चौधरी उर्फ़ अनुराग कई नाम से जानी जाती है जैसे मैडम मिंज, लेडी डॉन लेकिन रिवाल्वर से उसका लगाव बहुत ज्यादा है इसलिए उसे रिवाल्वर रानी के नाम से ज़्यादा पहचाना जाता है. राजस्थान के सीकर ज़िले के लक्ष्मीगढ़ की रहने वाली अनुराधा भी 37 साल की है. गिफ्तारी के वक्त पुलिस ने अनुराधा चौधरी के पास से आईओबी 0.38 रिवाल्वर बरामद किया जो उसे बेहद पसंद है और हमेशा अपने साथ रखती है. वहीं संदीप उर्फ़ काला के कब्ज़े से विदेश निर्मित पीएक्स – 3 (P X – 3) पिस्तौल बरामद की गई. दिल्ली की अदालत में पेशी के बाद उन्हें पुलिस रिमांड पर स्पेशल सेल की हिरासत में भेजा गया है.

संदीप उर्फ़ काला जेठड़ी को जब पहले 2012 में गिरफ्तार किया गया था तब उस पर 34 आपराधिक मामले थे और पिछले साल यानि 2020 में वह हरियाणा पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था. इसके बाद काला और अनुराधा ने एक ऐसे बदमाशों के गठजोड़ से हाथ मिलाया जिसके तार विदेशों में बैठे सरगनाओं से थे जिनकी कई अपराधों में तलाश है. इनमें हरियाणा के करनाल जिले का मूल निवासी वीरेन्द्र प्रताप उर्फ़ काला राणा है जो थाईलैंड से गतिविधियाँ चलाता है, सतेंदर जीत सिंह उर्फ़ गोल्डी बरार पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला है और वर्तमान में कनाडा से ऑपरेट कर रहा है और पंजाब का ही मूल निवासी मोंटी है जो इंग्लैंड में रहकर गतिविधियाँ चला रहा है. देश विदेश में तार वाले इस गठजोड़ ने बड़े बड़े लोगों से धन वसूली, खास तौर से शराब बंदी वाले क्षेत्रों में शराब की तस्करी, हथियारों की तस्करी, जमीनों पर कब्ज़े करना जैसे अपराध करके दौलत जमा की. यही नहीं दिल्ली-पंजाब-हरियाणा-राजस्थान में अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए इन्होंने दो साल में ही ऐसे 20 लोगों का सफाया करवा डाला जो इनके रास्ते की रुकावट बन रहे थे.

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अंतरराज्यीय गैंगस्टर और लेडी डान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में.

संदीप उर्फ़ काला जेठड़ी पर दिल्ली में ही लूटपाट, डकैती, हत्या की चेष्टा, हत्या, अवैध वसूली और शस्त्र अधिनियम आदि के 15 मामले दर्ज हैं. दिल्ली में शाहदरा स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल से कुलदीप मान उर्फ़ फज्जा नाम के बदमाश को पुलिस हिरासत से फरार कराने में काला जेठडी मास्टर माइंड था. इसी फज्जा को स्पेशल सेल ने ही फरारी के तीन दिन के भीतर एक मुठभेड़ में मार डाला था. दिल्ली पुलिस के एक अंदाज़े के मुताबिक़ संदीप उर्फ काला जेठड़ी पर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और चंडीगढ़ में तकरीबन दो दर्जन केस है जिनका ब्यौरा जमा किया जा रहा है. काला की गिरफ्तारी पर 6 लाख रुपये का इनाम था.

(उपरोक्त रिपोर्ट में तमाम तथ्य दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति से लिये गये हैं)