दिल्ली में पुलिस और प्रेस के शानदार सेतु रहे रवि पवार को यूं सबने याद किया

198
दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के जन सम्पर्क अधिकारी रहे रवि पवार की श्रद्धांजलि सभा.

दिल्ली पुलिस के जन सम्पर्क अधिकारी के तौर पर 22 साल तक सेवारत रहे रवि पवार को रविवार को बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों, पत्रकारों और गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर याद किया. श्री पवार की स्मृति में किंग्सवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइन्स में इस प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था. परिवार के सदस्यों व परिजनों के अलावा दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर संजय सिंह और उपायुक्त कुमार ज्ञानेश इसमें शामिल हुए. पूर्व पुलिस कमिश्नर तिलक राज कक्कड़, पूर्व स्पेशल कमिश्नर दीपक मिश्रा, पूर्व पीआरओ डीसीपी राजन भगत भी श्रद्धा सुमन भेंट करने वालों में प्रमुख थे.

श्री पवार दिल्ली पुलिस के पीआरओ (delhi police pro) के पद पर तैनात होने वाले पहले अधिकारी थे. उन्हें पुष्पांजलि भेंट करने के लिए यहां आने वालों में खासी संख्या उन पुलिसकर्मियों व अधिकारियों की भी थी जो दिल्ली पुलिस के जन सम्पर्क विभाग में कार्यरत हैं या रिटायर भी हो चुके हैं. दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड राजपत्रित अधिकारियों की संस्था की तरफ से विजय मलिक ने श्रद्धांजलि दी. दिल्ली में अपराध समाचारों की कवरेज करने वाले संवाददाताओं के अलावा के उन कर्मियों व अधिकारियों की भी यहां काफी तादाद थी जिन्होंने श्री पवार के कार्यकाल के दौरान पुलिस में विभिन्न ओहदों पर काम किया. दिल्ली क्राइम रिपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ललित वत्स और संजय वोहरा ने भी श्रद्धांजलि दी.

दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के जन सम्पर्क अधिकारी रहे रवि पवार की श्रद्धांजलि सभा.

श्री पवार का 21 मार्च 2023 को 78 वर्ष की अवस्था में दिल्ली के शालीमार बाग़ स्थित मैक्स अस्पताल में निधन हो गया था जहां उन्हें कुछ ही दिन पहले भर्ती कराया गया था. उन्हें हृदय रोग था. श्री पवार 1984 में दिल्ली पुलिस में पीआरओ के पद पर नियुक्त हुए थे और डॉ के के पॉल (k k paul ) के आयुक्त के कार्यकाल तक इस ओहदे पर बने रहे. वैसे वो भारत सरकार के सूचना व प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाले पत्र सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के अधिकारी थे. इस नाते श्री पवार ने रक्षा मंत्रालय, रोज़गार समाचार, आल इंडिया रेडियो आदि विभिन्न सरकारी विभागों में भी अपनी सेवाएँ दीं थीं.

दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है कि श्री पवार के जनसम्पर्क अधिकारी के तौर पर कार्यकाल के दौरान दिल्ली पुलिस को मीडिया संपर्कों के लिए व फील्ड में तैनात अधिकारियों को पेशेवराना मदद मिली थी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री पवार ने प्रेस और पुलिस के बीच सेतु बने रहने के लिए लगातार अथक परिश्रम किया.

श्री पवार का पूरा नाम रविन्द्र सिंह पवार था. उनका परिवार यूं तो हरियाणा के सैदपुर से ताल्लुक रखता है लेकिन वे वर्तमान में दिल्ली के रोहिणी इलाके में रह रहे थे. रिटायरमेंट के बाद भी वे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और पत्रकारों के साथ जुड़े रहे थे जिसकी लोग काफी प्रशंसा भी करते हैं. ये उनकी लोकप्रियता का ही परिणाम है कि दिल्ली पुलिस ने आधिकारिक तौर तमाम समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर श्री पवार की सेवाओं का उल्लेख करते हुए उनको याद किया. किसी रिटायर अधिकारी की सेवाओं को उसकी मृत्यु के बाद भी याद करने के लिए इस तरह से विज्ञापन जारी करने की संभवत: दिल्ली ही नहीं पूरे देश में पुलिस विभाग की ये पहली घटना है.