![CRPF-Tree-Plantation-1 सीआरपीएफ](https://www.rakshaknews.in/wp-content/uploads/2020/12/CRPF-Tree-Plantation-1-696x439.jpg)
भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए बनाये गए सबसे बड़े केन्द्रीय पुलिस संगठन केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF – सीआरपीएफ) ने अब हरियाणा को हरा भरा बनाने में वहां के वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को मदद करने की ज़िम्मेदारी उठाई है. राज्य सरकार के वन विभाग के साथ सीआरपीएफ ने इसके लिए एक समझौता किया है जिसके तहत हरियाणा के आठ जिलों में वो सात साल तक वन विभाग, नगर निगमों, पंचायत सभाओं आदि स्थानीय नागरिक विभागों के साथ मिलकर पौधारोपण, वृक्षों की देखभाल और उनके संरक्षण का काम करेगा. इस अभियान में आधुनिक तकनीक के साथ साथ ड्रोन और मानव रहित उड़न वाहन का इस्तेमाल भी किया जायेगा.
हरियाणा को और हरा भरा करने के लिए सीआरपीएफ और हरियाणा सरकार के वन विभाग के बीच हाल ही में हुए इस समझौते का ऐलान करने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम हुआ जिसमें सीआरपीएफ के महानिदेशक डॉ. ए पी महेश्वरी और हरियाणा की प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आईएफएस अधिकारी डॉ. अमरिंदर कौर सहित कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया. डॉ. अमरिंदर कौर हरियाणा के वन विकास निगम की प्रबंध निदेशक भी हैं. उन्होंने इस करार को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस पहल के दूरगामी प्रभाव होंगे और ये पूरे देश में महसूस किया जाएगा. डॉ. अमरिंदर कौर ने कहा कि वन की कमी वाला राज्य एक वन बनाने के मामले में एक मिसाल साबित होगा.
इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिदेशक डॉ. ए पी महेश्वरी ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि एक बार फिर सीआरपीएफ इस नेक काम को करने के लिए संकल्पबद्ध है जिससे न सिर्फ हमें फायदा होगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी साफ़ वातावरण मिलेगा. समझौते पर हरियाणा की तरफ से आईएफएस अधिकारी विनीत गर्ग ने और सीआरपीएफ के उत्तरी सेक्टर के प्रभारी महानिरीक्षक (आईजी – IG ) रक्षा कुमार ने दस्तख़त किये. इस समझौते के मुताबिक़ सीआरपीएफ बड़े स्तर पर पौधारोपण के इस अभियान में शामिल होगा जिसके तहत सरकारी भूमि और संस्थानों में पौधे लगाये जायेंगे, साथ ही उन पौधों की देखभाल भी की जायेगी.
ये कोई पहला मौका नहीं है जब सीआरपीएफ वृक्षारोपण जैसे किसी अभियान में यूँ हिस्सा ले रहा है. सीआरपीएफ के प्रवक्ता के मुताबिक़ इस साल तो सीआरपीएफ ने कुछ ही महीने में 25 लाख पौधे लगाकर पिछले साल के उस अभियान को भी पीछे छोड़ डाला जिसके तहत 22 लाख पौधे लगाए गये थे.