देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के पराक्रम को स्मरण करने एवं उनसे प्रेरणा लेने के लिए झारखण्ड सेक्टर के अधीन झारखण्ड में तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF-सीआरपीएफ) के कार्यालयों और बटालियनों में, हरेक 21 अक्टूबर की तरह इस बार भी, पुलिस स्मृति दिवस के कार्यक्रम किये गए.
सीआरपीएफ के रांची ग्रुप सेंटर में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी महानिरीक्षक (IG ) संजय आनन्द लाठकर ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उपस्थित अधिकारियों एवं जवानों को सम्बोधित किया. उन्होंने अपने सम्बोधन में आज ही के दिन सन् 1959 को सी.आर.पी.एफ. के 10 बहादुर जवानों की हॉटस्प्रिंग (लद्दाख) में चीनी सेना से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की आहुति देने की घटना के बारे में बताया.
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक (IG) संजय आनन्द लाठकर ने कहा कि राष्ट्रहित में शहादत की जो ज्योति हमारे शहीद जवानों ने जलाई है, उसकी लौ निरंतर जलती रहे, यह हमारा सर्वोपरि उत्तरदायित्व एवं कर्तव्य है. उन्होंने सभी जवानों का आह्वान किया कि पुलिस स्मृति दिवस पर हम सभी यह प्रतिज्ञा करें कि देश की अखण्डता, सार्वभौमिकता एवं एकता के लिए हम हमेशा अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए तत्पर रहेंगे.
सीआरपीएफ के रांची ग्रुप सेंटर के प्रांगण में रिम्स रांची, सदर अस्पताल रांची, सदर अस्पताल हजारीबाग, गुरूनानक अस्पताल रांची, देवकमल अस्पताल रांची तथा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के सक्रिय सहयोग से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने शहीदों के सम्मान में रक्तदान शिविर का अयोजन किया. रक्तदान शिविर में पिछले एक वर्ष में शहीद हुए कुल 424 जवानों (सभी अर्द्ध सैनिक बलों एवं राज्य पुलिस बलों के जवान) को याद करते हुए उनके सम्मान में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों और जवानों ने कुल 424 यूनिट रक्तदान किया गया. आईजी संजय आनन्द लाठकर ने रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए सबसे पहले खुद रक्तदान किया.
लाठकर ने शहीद कार्मिकों के आश्रितों को स्मृति चिन्ह और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक का अभिनंदन पत्र प्रदान कर सम्मानित किया. उन्होंने इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति के वीरता पुलिस पदक से सम्मानित किए गए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन कार्मिकों को भी उनकी वीरता एवं साहस के लिए सम्मानित किया.
इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) चन्द्र भूषण, डीटी बनर्जी, मनीष कुमार सच्चर, श्री कैलाश के साथ साथ कमांडेंट, विकाश पाण्डेय भी खासतौर पर उपस्थित थे.