खतरनाक हो रहे कोविड 19 से युद्ध में सेना और पुलिस बलों का नया काम

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सरदार पटेल कोविड अस्पताल के आईसीयू और वेंटिलेटर वार्ड शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर रखा गया है

वैश्विक महामारी कोविड 19 के फैलाव और इससे रोगियों की मौत की संख्या के हिसाब से दुनिया में तीसरे नम्बर का देश बने भारत ने एक बार फिर नये सिरे से कोरोना वायरस से युद्ध लड़ना शुरू किया है. इस युद्ध में भी भारतीय सेना और विभिन्न केन्द्रीय सुरक्षा बल अहम भूमिका निभा रहे हैं. दिल्ली के छतरपुर में राधास्वामी सत्संग व्यास के सहयोग से स्थापित 10 हज़ार बेड वाला क्वारंटाइन सेंटर और छावनी क्षेत्र में टाटा संस की मदद से बने 1000 बेड वाले अस्पताल को चलाने में इनकी खास भूमिका है. क्वारंटाइन सेंटर और कोविड अस्पताल, दोनों को ही भारत के पहले उप प्रधानमन्त्री और केन्द्रीय गृह मंत्री स्वर्गीय वल्लभ भाई पटेल को समर्पित करते हुए उनका नाम दिया गया है. अस्पताल में वार्डों और अन्य हिस्सों का नामकरण, भारत -चीन सीमा पर झड़प के दौरान शहीद हुए, भारतीय सैनिकों के नाम पर किया गया है. क्वारंटाइन सेंटर और कोविड अस्पताल, दोनों ही दिल्ली- हरियाणा की सीमा पर हैं.

सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड 19 अस्पताल

सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड 19 अस्पताल :

दिल्ली छावनी इलाके में, पूरी तरह से वातानुकूलित सरदार पटेल कोविड अस्पताल की स्थापना, रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसन्धान विकास संगठन ने टाटा संस की मदद से 11 दिन के रिकॉर्ड समय में की है. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास भारतीय वायुसेना की जमीन पर बने इस अस्पताल में मरीजों के लिए 1000 बिस्तर की व्यवस्था है जिसमें से 250 का इलाज़ करने के लिए सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू -ICU ) भी हैं. आईसीयू और वेंटिलेटर वार्ड का नाम 15 मई को भारत-चीन सीमा पर लदाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की झड़प में जान गंवाने वाले कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर रखा गया है. उनके साथ ही इस झड़प में शहीद हए 19 अन्य सैनिकों के नाम पर यहाँ के विभिन्न वार्डों के नामकरण का प्रस्ताव है.

सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड 19 अस्पताल का निरीक्षण करने के दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के साथ डीआरडीओ के चेयरमेन डॉ जी सतीश रेड्डी ने इस नवनिर्मित अस्पताल का दौरा किया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल का संचालन सुरक्षा बलों की ज़िम्मेदारी है. भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी-ITBP) और अन्य केन्द्रीय शस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के 2000 हज़ार से ज़्यादा कार्मिक अस्पताल चलाने के लिए तैनात किये किये गए हैं जिनमें इन बलों के डॉक्टर भी शामिल हैं.

सरदार पटेल क्वारंटाइन सेंटर :

दिल्ली का सबसे बड़ा कोविड 19 केयर सेंटर हरियाणा सीमा के पास छतरपुर में 70 एकड़ क्षेत्र में बनाया गया है. कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आये 10 हजार मरीजों की यहाँ एक साथ देखभाल करने की क्षमता है. इसमें ‘बायोडिग्रेडेबल’ बेड लगाये गये हैं. 500 पेशाबघरों और 450 गुसलखानों जैसी व्यवस्था के साथ यहाँ ज़रूरत पड़ने पर 1000 मरीजों को ऑक्सीजन (कृत्रिम सांस) देने का भी बन्दोबस्त है. असल में ये देखभाल केंद्र उन लोगों के लिए ज़्यादा फायदेमंद है जो छोटे घरों या स्लम बस्तियों जैसी उन जगह पर में रहते हैं जहां उनके लिए अलग से किसी साफ सुथरे सुरक्षित वातावरण में एकांतवास में रहने का इंतजाम नहीं है.

सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड 19 अस्पताल में आया पहला मरीज.

असल में अस्पताल जिस जगह पर बना है वो राधा स्वामी सत्संग व्यास केंद्र की 300 एकड़ में बनाये गये आध्यात्मिक केंद्र का एक हिस्सा है. सार्वजनिक सूचना प्रणाली, सीसी टीवी कैमरे और पंखे यहाँ लगाये गये हैं.

भारत में कोरोना :

कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की सबसे ज़्यादा तादाद के मामले में पहले नम्बर पर अमेरिका और दूसरे नम्बर पर ब्राज़ील के बाद तीसरा नम्बर भारत का है. भारत में कोरोना वायरस के 6 जुलाई तक 2 लाख 53 हज़ार से ज्यादा सक्रिय मामले थे. अब तक 4 लाख 24 हज़ार संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं. साढ़े उन्नीस हज़ार से ज़्यादा मरीज़ों की यहाँ मौत हो चुकी है जिनमें सबसे ज्यादा मौतें राजधानी दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात में हुई हैं.