जांबाज कमांडेंट चेतन चीता को शांतिकाल का दूसरा सर्वोच्च मेडल कीर्ति चक्र, बधाई

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चेतन चीता
कमांडेंट चेतन चीता को कीर्ति चक्र प्रदान करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (फोटो-ट्विटर)

राष्ट्रपति भवन में अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने #CRPF के तीन जांबाजों को शूरवीरता, उनके अदम्य साहस और कर्तव्यपरायणता के लिए सम्मानित किया. इनमें सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की 45वीं बटालियन के कमांडेंट चेतन चीता को शांतिकाल में दिया जाने वाला सबसे ऊँचे दर्जे का दूसरा मेडल कीर्ति चक्र प्रदान किया. CRPF की 205 कोबरा (CoBRA) बटालियन के सहायक कमांडेंट चन्दन कुमार और सिपाही अमरनाथ मिश्रा को शौर्य चक्र से नवाज़ा गया.

चेतन चीता की उस वीरता की कहानी तो पूरी दुनिया जानती है जब पिछले साल 14 फरवरी को कश्मीर में मुठभेड़ में बुरी तरह घायल होने के बावजूद आतंकवादी का मुकाबला करते हुए उन्होंने उसे उसके अंजाम तक पहुचा डाला था . यही नहीं उन्होंने महीनों के इलाज में दर्द और तकलीफें सहकर मौत को भी मात दी और पिछले हफ्ते ही फिर से ड्यूटी पर लौटे.

वहीं सहायक कमांडेंट चन्दन कुमार और सिपाही अमरनाथ ने नक्सल प्रभावित राज्य झारखंड 7 जनवरी 2016 को अपनी दिलेरी तब दिखाई जब नक्सलियों से मुकाबले के दौरान गोलियों की बरसात के बीच घने जंगल में भी उन्होंने नक्सलियों का पीछा नहीं छोड़ा और 4 को धराशायी कर डाला. ये भी उस हालत में जब सूरज की रोशनी न के बराबर थी और बारिश हो रही थी.