नौसेना हथियार प्रणाली के क्षेत्र में विचारमंथन के लिए संगोष्ठी

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प्रतीकात्मक चित्र

नौसेना हथियार प्रणाली “नवआर्म्स-2019” पर चौथी अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी सह प्रदर्शनी 12 और 13 दिसंबर को नई दिल्ली के रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान में होगी. संगोष्ठी का विषय है– “मेक इन इंडिया– युद्ध श्रेणी : अवसर और आवश्यकताएं”. इस दो दिवसीय संगोष्ठी में पांच सत्र होंगे जिनमें नौसेना हथियार प्रणाली के क्षेत्र में विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा और भारतीय व अंतर्राष्ट्रीय रक्षा उद्योग की उभरती संभावनाओं की पहचान की जाएगी. नवआर्म्स नौसेना हथियार प्रणाली पर एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी और प्रदर्शनी है जो सभी हितधारकों को अपने विचार रखने का साझा मंच मुहैया कराती है.

रक्षा राज्य मंत्री 12 दिसंबर को उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे और प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे. पहले नवआर्म्स संगोष्ठी 2007, 2010 तथा 2013 में आयोजित की जा चुकी हैं. एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन संगोष्ठिओं से उद्योग, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ तथा अन्य हितधारकों में भागीदारी के लिए उत्साह बढ़ा है.

विज्ञप्ति में कहा गया है, “भारत का सर्वश्रेष्ठ समुद्री चरित्र और महत्वपूर्ण भौगोलिक रणनीतिक स्थिति ने राष्ट्र के रूप में भारत के विकास को परिभाषित किया है. आज भारतीय नौसेना भारत की समुद्री शक्ति की प्रधान अभिव्यक्ति है और भारतीय नौसेना समुद्री क्षेत्र में भारत की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों का संरक्षण और प्रोत्साहन के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है”. बदलती भौगोलिक-आर्थिक तथा भौगोलिक-रणनीतिक परिस्थितियों में नौसेना की भूमिका और जिम्मेदारियां काफी बढ़ी हैं. इससे भारत की सुरक्षा और खतरे के लिए हथियार प्रणाली की व्यापक आवश्यकता दिखी है.