जैसा नाम वैसा काम .. मुंबई की प्रेरणा देवस्थले ने इस बात को बार साबित किया है. अब की बार तो भारतीय नौसेना का जंगी जहाज़ की कमान सम्भालने वाली पहली अधिकारी बनकर वह उन असंख्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत साबित होंगी जो लैंगिक भेदभाव के प्रभाव में आकर , अपनी इच्छा मुताबिक़ या जोखिम भरे रास्ते अख्तियार करने में , हिचकिचाती हैं अथवा उन पर चलने की हिम्मत नहीं जुटा पातीं . प्रेरणा देवस्थले को भारतीय नौसेना के युद्धपोत त्रिकंत की कमान अधिकारी ( commanding officer ) नियुक्त किया गया है .
यूं मुंबई की रहने वाली प्रेरणा देवस्थले ( prerna deosthale) का नौसेना से पुराना व गहरा नाता है. उनके पति जहां भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं तो वहीं उनके भाई भी नौसेना में अधिकारी के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं . लेफ्टिनेंट कमांडर प्रेरणा सेंट जेवियर्स कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर हैं. उन्होंने कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी में स्कूली शिक्षा हासिल की.
प्रेरणा देवस्थले को गोवा स्थित जिस आईएनएस त्रिकंत का कमांडिंग ऑफिसर ( commanding officer of ins trikant ) भी नियुक्त किया गया है, उसके चालक दल के सदस्यों की तादाद 35 के आसपास बताई जाती है . नौसेना ने पोस्ट में कहा, ” उन्हें हाल ही में वॉटरजेट एफएसी आईएनएस त्रिकंत ( ins trikant ) के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में चुने जाने पर वेस्टर्न फ्लीट कमांडर रियर एडमिरल प्रवीण नायर द्वारा नियुक्ति पत्र दिया गया था. ”
लेफ्टिनेंट कमांडर प्रेरणा समुद्री टोही जहाज़ टुपोलेव टीयू-142 पर तैनात पहली महिला पर्यवेक्षक हैं. इसके बाद उन्होंने पी8आई पर भी काम किया. वह भी एक टोही जहाज़ है.
हाल ही में नौसेना दिवस ( indian navy day ) से पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एडमिरल हरि कुमार ने कहा था कि हमने भारतीय नौसैनिक जहाज की पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर को भी नियुक्त किया है. उन्होंने कहा कि भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करने व एक प्रगतिशील बल बनाने के लिए नौसेना की वर्तमान स्थिति में बदलाव करने में सामने आने वाली चुनौतियों से पार पाने के प्रयास सुनिश्चित किये जा रहे हैं.”
उन्होंने बताया कि इस साल 1,000 से अधिक महिला अग्निवीरों को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा, “…मैं कहना चाहूंगा कि हाल ही में तीसरे बैच के शामिल होने के बाद अब नौसेना में हमारी महिला सहयोगियों की संख्या 1000 से ज्यादा हो गई है. ”