भारत मना रहा है पूर्व सैनिकों की सेवा और बलिदान को समर्पित आज 14 जनवरी का दिन

52
सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस पर पूर्व सैनिकों का सम्मान
सेना में तैनात रह कर देश की सेवा करते रहे सैनिकों  को सम्मान देने के लिए भारत में आज पूर्व सैनिक दिवस मना रहा है. देश भर में इस मौके पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं . आज ही के दिन भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा  वर्ष 1947 के युद्ध में सेना की विजय के बाद सेवानिवृत्त हुए थे.

पूर्व सैनिकों के सेवा पूर्ण कार्यों की स्मृति व सम्मान में रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह  ( rajnath singh ) आज (14 जनवरी, 2024)  भारतीय वायु सेना के कानपुर  स्टेशन में पूर्व सैनिकों की रैली के साथ  राष्ट्रव्यापी समारोह का नेतृत्व करेंगे.  वह राष्ट्र के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान और देश के प्रति समर्पित सेवा के लिए उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे.

इस वर्ष, यह कार्यक्रम तीनों सेनाओं की तरफ से  देश भर में 10 स्थानों, श्रीनगर, पठानकोट, दिल्ली, कानपुर, अलवर, जोधपुर, गुवाहाटी, मुंबई, सिकंदराबाद और कोच्चि में मनाया जा रहा है.

आठवें सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर सिकंदराबाद में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट  ( ajay bhatt ) करेंगे. नई दिल्ली में इस कार्यक्रम का आयोजन मानेकशॉ सेंटर में किया जा रहा है  और इसमें वायुसेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं.

सरकार ने पूर्व सैनिक दिवस को प्रोत्साहित करने के लिए  विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों से अपने-अपने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में इस दिन को मनाने का अनुरोध किया था.  कार्यक्रम के दौरान सैनिकों को पदक/स्मारिका/मान्यता प्रमाण पत्र आदि से सम्मानित किया जाएगा.  समारोह के हिस्से के रूप में सैनिकों के लिए एक गीत ‘वी फॉर वेटरन्स’  भी बजाया जाएगा.

फील्ड मार्शल के एम करियप्पा

सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस  ( Armed Forces Veterans’ Day ) हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 14 जनवरी 2016 में हुई थी .   इसी दिन वर्ष 1953 में भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ( field marshal kodandera madappa cariappa )  वर्ष 1947 में पाकिस्तान के साथ  युद्ध में सेना  का नेतृत्व करने के उपरान्त औपचारिक रूप से रिटायर हुए थे. वर्ष 2016  से हर साल पूर्व सैनिकों के सम्मान में इस तरह के इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की मेजबानी करके मनाया जाता है.