हिमाचल प्रदेश ने विजय दिवस यूँ मनाया, शहीद स्मारक का शिलान्यास

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विजय दिवस
सांसद रामस्वरूप ने हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शहीद स्मारक का शिलान्यास किया.

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध का विजय दिवस मनाये जाने के मौके पर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शहीद स्मारक का शिलान्यास किया गया. साथ उन वीर नारियों का भी सम्मान किया गया जिनके सैनिक पति उस युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में मंडी जिले के 22 जवानों ने शहादत दी थी.

रविवार 16 दिसम्बर को विजय दिवस मनाने के लिए बड़ी तादाद में सैनिक और पूर्व सैनिक इकठ्ठा हुए. शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सांसद राम स्वरुप शर्मा ने इंदिरा मार्केट क्षेत्र में जिस शहीद स्मारक का शिलान्यास किया, उसकी योजना चार साल से लम्बित थी. श्री शर्मा ने बताया कि स्मारक पर खर्च होने वाली राशि में से पचास फीसदी केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा की तरफ से और इतनी राशि हिमाचल प्रदेश राज्य की सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही है.

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उन वीर नारियों का भी सम्मान किया गया जिनके सैनिक पति 1971 के युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में मंडी जिले के 22 जवानों ने शहादत दी थी.

इस अवसर पर सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि करीब चार वर्षों बाद शहीद स्मारक का सपना पूरा होने जा रहा है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सक्रियता से ही यह संभव हुआ है. उन्होंने राज्य की पूर्व कांग्रेस सरकार पर इस स्मारक को बनाने के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप मढ़ते हुए आलोचना भी की . उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने हिमाचल का मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रशासन को प्राथमिकता के आधार पर शहीद स्मारक बनाने के आदेश दिए थे जिस पर जगह का चयन किया गया.

सांसद रामस्वरूप ने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में शहीदों के सम्मान के लिए शहीद स्मारक हैं, लेकिन छोटी काशी इससे अछूती थी. सैनिकों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है, ऐसे में इस तरह के शहीद स्मारक बलिदान को याद दिलाते हैं. सांसद रामस्वरूप ने बताया कि सैनिकों के लिए सैनिक सदन बनाने का कार्य भी प्रगति पर है, जिसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं.

उन्होंने इतिहास की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता के समय रानी खैरगड़ी और हिरदा राम जैसे देश भक्तों ने भी मंडी जिला में आजादी की अलख जलाई थी तथा इसी तरह 1962 में छह, 1965 में 28 तथा कारगिल में 12 सैनिकों सहित जिला के 200 से अधिक जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया है. सांसद ने कहा कि इस ज़िले के वीर सैनिकों ने एक महावीर चक्र, 5 वीर चक्र, 11 शौर्य चक्र सहित कुल 122 मेडल प्राप्त कर देश के लिए अपनी आन-बान व शान को कायम रखा है. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे भी इन बहादुर सैनिकों से प्रेरणा लेकर देश की सेवा के लिए आगे आएं.

सांसद ने इस अवसर पर जिले की दस वीर नारियों तुलसी देवी पत्नी लांस नायक महंत राम, शांता कुमारी पत्नी ग्रेनेडियर मिलखी राम, बिमल कांत पत्नी गनर कृष्ण चंद, रूपन देवी पत्नी हवलदार छांगू राम, बिशन देवी पत्नी सिपाही जय सिंह, गीता देवी पत्नी सिपाही सागर सिंह, मनोहर लाल भाई सिपाही ज्ञान चंद, कृष्णा देवी पत्नी रायफलमैन नरोतम राम, ईशा देवी पत्नी नायब सूबेदार रूप सिंह, कृष्ण चंद भाई सिपाही खूब राम को भी सम्मानित किया.

इस अवसर पर जिला एक्स सर्विसमेन लीग के अध्यक्ष और सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर ने कहा कि शहीदों के सम्मान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. वतन के लिए जान देने वालों को किसी भी कीमत पर भुलाना सबसे बड़ी भूल होगी. ब्रिगेडियर ठाकुर करगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके हैं और उनका पुत्र भी भारतीय सेना में अधिकारी है.