पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर के शुरूआती करियर के दिनों से ही उनके करीबी रहे लेफ्टिनेंट असीम को सितंबर 2024 में ही आईएसआई (isi ) की कमान सौंपी गई थी. यूं जनरल मलिक को एनएसए के ओहदे का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
मंगलवार को पाकिस्तान के कैबिनेट डिवीजन की तरफ से जारी एक अधिसूचना के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मलिक इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के महानिदेशक के रूप में अपनी वर्तमान भूमिका के अलावा एनएसए का पद भी संभालेंगे.
ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सेवारत आईएसआई प्रमुख को एनएसए बनाया गया हो. लेफ्टिनेंट जनरल मलिक इस पद को संभालने वाले 10वें व्यक्ति बन गए हैं . पाकिस्तान में एनएसए का पद अप्रैल 2022 से खाली था जब इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (pakistan tehreek-i-insaf – PTI) पार्टी को सरकार को हटा दिया गया था. उस वक्त डॉ. मोईद यूसुफ पाकिस्तान के एनएसए के पद पर थे.
आईएसआई के महानिदेशक के रूप में सेवा देने से पहले, मोहम्मद असीम मलिक ने पाकिस्तान सेना ( pakistan army ) के जनरल मुख्यालय में एडजुटेंट जनरल के रूप में कार्य किया था, जहां वे कानूनी और अनुशासनात्मक मामलों सहित सैन्य प्रशासनिक मामलों की देखरेख करते थे.
लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक ने अपने करियर के दौरान बलूचिस्तान और दक्षिण वजीरिस्तान में डिवीजनों की कमान भी संभाली है, दोनों ही क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ सुरक्षा संबंधी बहुत बड़ी चुनौतियां हैं.
मलिक की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब दोनों देश भारत – पाकिस्तान एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर रहे हैं. नई दिल्ली के उठाए गए सबसे हालिया कदमों में सभी पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करना और हनिया आमिर, माहिरा खान और अली जफर सहित लोकप्रिय पाकिस्तानी हस्तियों के सोशल मीडिया चैनलों को निलंबित करना शामिल है.
गुरुवार को लगातार सातवें दिन नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन जारी रहा, जबकि बुधवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की खबर मिली.
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें दंडित करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शीर्ष रक्षा अधिकारियों से कहा कि पहलगाम हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए सशस्त्र बलों को “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” है.
पाकिस्तान ने जैसे को तैसा कदम उठाने का ऐलान किया है . पाकिस्तान ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोहराया कि पहलगाम हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है और उसने धमकी दी कि अगर उसे “उकसाया” गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा.
अपने पूरे सैन्य करियर के दौरान, असीम मलिक बलूच रेजिमेंट का हिस्सा रहे और एक मेजर जनरल के रूप में, उन्होंने बलूचिस्तान में 41वीं इन्फैंट्री डिवीजन का नेतृत्व किया. वजीरिस्तान में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड की भी कमान वो संभाल चुके हैं . असीम मलिक को सैन्य संचालन निदेशालय में भी काम का अनुभव है.