सेना , अर्द्ध सैनिक बलों और पुलिस जैसे संगठनों में भर्ती के लिए युवाओं को पंजाब की सरकार अब ट्रेनिंग देने के बंदोबस्त कर रही है. खुद भी भारतीय सेना में कैप्टन रहे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को इस काम की शुरुआत की. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तरनतारन जिले के असल उत्तर में पंजाब युवा प्रशिक्षण व रोजगार केंद्र (सी-पीवाईटीई c – pyite) की डिजिटल माध्यम से आधारशिला रखी.
पहले चरण में 5 करोड़ रुपये की लागत से 8.50 एकड़ भूमि क्षेत्र पर बनने वाले इस केंद्र में पंजाब के नौजवानों को सैन्य और अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए प्रशिक्षित (trained ) किया जाएगा. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सातवें राज्य स्तरीय ‘मेगा रोजगार मेले’ का भी उद्घाटन किया. इस रोजगार मेले का लक्ष्य पंजाब राज्य में 2.5 लाख रिक्तियों को भरना है. उन्होंने सरकारी भर्ती परीक्षाओं के लिए मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग की शुरुआत भी की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी तलाशने के लिए प्रौद्योगिकी पहली शर्त है, इसलिए युवाओं को तैयार करने के लिए मुफ्त कौशल प्रशिक्षण पहल शुरू की गई है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान 9 सितंबर को लड़े गए सबसे बड़े टैंक युद्धों में से एक, असल उत्तर की लड़ाई की 56 वीं सालगिरह का भी ज़िक्र किया, जिसकी वजह से भारत की जीत हुई. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस लड़ाई में 4 ग्रेनेडियर्स के कंपनी क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद ने बहादुरी का प्रदर्शन किया और दुश्मन के कई टैंकों को नष्ट कर दिया था. अब्दुल हमीद को मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि होशियारपुर के बजवारा में, युवाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती की तैयारी कराने के लिए 26.96 करोड़ रूपये की लागत से सरदार बहादुर अमीन चंद सोनी आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टिट्यूट (sardar bahadur amin chand soni – SBACS – AFPI ) स्थापित किया जा रहा है. इसकी आधारशिला इसी साल फरवरी में रखी गई थी. सरदार बहादुर अमीन चंद सोनी सशस्त्र बल प्राक्शिक्षा संस्थान (Sardar Bahadur Amin Chand Soni Armed Forces Preparatory Institute) में हर साल 270 युवाओं को सीडीएस और एएफसी एंट्रेंस परीक्षा पास करने के लिए प्रशिक्षण और गाइडेंस दिया जाएगा.
राजधानी चंडीगढ़ के पास मोहाली में महाराजा रणजीत सिंह सशस्त्र बल प्राक्शिक्षा संस्थान (Maharaja Ranjit Singh Armed Forces Preparatory Institute – AFPI) नौजवानों को सेना में जाने के लिए ट्रेनिंग और कोचिंग देने का शानदार काम कर रहा है. यहाँ ट्रेंड किये जाने वाले नौजवान राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (national defence academy – NDA ) और समकक्ष सेवा अकादमियों में दाखिला पाने में कामयाब हो रहे हैं. साल दर साल इनकी संख्या भी बढ़ रही है.
अप्रैल 2017 से लेकर दिसम्बर 2020 के बीच महाराजा रणजीत सिंह एएफपीआई में 144 नौजवान प्रशिक्षित किये गए थे जिनमें से 97 ने एनडीए में दाखिला लिया और 65 ने अधिकारी के तौर पर कमीशन हासिल किया. यहाँ से प्रशिक्षित नौजवानों का सेना में चुने जाने का आंकड़ा 45 प्रतिशत तक पहुँच गया है जो शुरुआत में सिर्फ 2 प्रतिशत था. इसी तरह मोहाली लड़कियों को सेना और सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए तैयार करने के लिए बनाया गया माई भागो सशस्त्र बल प्राक्शिक्षा संस्थान (Mai Bhago Armed Forces Preparatory Institute for Girls ) भी इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. अप्रैल 2017 से दिसम्बर 2020 तक यहाँ पर प्रशिक्षित की गई 75 लड़कियों में से 7 संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (Combined Defence Services Examination – CDSE – सीडीएसई) – वायु सेना केन्द्रीय प्रवेश परीक्षा (Air Force Central Admission Test – AFCAT) के लिए चुनी गईं और 3 ने इस दौरान अधिकारी के तौर पर कमीशन हासिल किया.