लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया

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लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह

भारतीय थल सेना के उप प्रमुख समेत कई अहम ओहदों पर रहे लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को भारत के उत्तराखंड राज्य का राज्यपाल (governor) बनाया गया है. बेबी रानी के इस्तीफे के बाद, खाली हुए उत्तराखंड के राज्यपाल के पद पर थल सेना के रिटायर्ड अधिकारी गुरमीत सिंह की नियुक्ति संबंधी फैसले को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को मंजूरी दी. राष्ट्रपति ने पंजाब और नागालैंड के राज्यपाल की नियुक्ति को भी मंज़ूरी दी.

राष्ट्रपति भवन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक़ तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया गया है जबकि उनके स्थान पर नागालैंड के राज्यपाल के आरएन रवि को तमिलनाडु का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. वहीं असम के राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी को नागालैंड के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है.

चीन मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले अलंकृत लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत  सिंह चार दशकों तक सेना की सेवा करने के बाद फरवरी 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे. सेना में मिलीटरी ऑपरेशन के अतिरिक्त महानिदेशक रहते हुए लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने चीन से संबंधित सैन्य रणनीतिक मुद्दे को भी संभाला था. सेना की सेवा के दौरान वह कई अहम विशेषज्ञ समूह का हिस्सा रहे. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य और राजनयिक बातचीत के लिए आयोजित बैठकों में सात बार हिस्सा लिया.

पंजाब स्थित कपूरथला सैनिक स्कूल के छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे (एनडीए – NDA) से प्रशिक्षित होने के बाद असम रेजीमेंट में कमीशन हासिल किया था. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ़ चाइनीज़ स्टडीज (JNU – ICS) में शोध छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने दो विषयों पर एम फिल की है. वह भारतीय थल सेना की श्रीनगर स्थित 15 कोर के कमांडर भी रहे. रिटायरमेंट के बाद लेफ्टिनेंट जनरल कार्यवाहक फाउंडेशन नाम की समाजसेवी संस्था के साथ एक अहम हिस्से के तौर पर जुड़े रहे.