राकेश अस्थाना की कप्तानी में पुलिस टीम ने मीडिया को हरा फिर जीती मुरली ट्रॉफी, सहवाग-रैना भी आए

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दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना जी मुरली ट्रॉफी के दौरान बल्लेबाज़ी करते हुए

राजधानी दिल्ली में क्राइम रिपोर्टर्स और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की टीमों के बीच हर साल आयोजित किये जाने वाले क्रिकेट मुकाबले जी. मुरली ट्रॉफी ( G Murali Trophy ) में इस बार भी दिल्ली पुलिस ने जीत दर्ज करते हुए ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा कायम रखा. पत्रकार जी मुरली की याद में अस्सी के दशक से हो रहे इस सालाना मुकाबले में अतिथि के तौर पर आमंत्रित जाने माने क्रिकेटरों वीरेन्द्र सहवाग, सुरेश रैना और अमित मिश्रा की उपस्थिति ने आयोजन की जहां रंगत बढ़ा दी वहीं इसे थोड़ा हाई प्रोफाइल भी बना दिया. खास बात ये रही कि भविष्य में इस सालाना क्रिकेट मुकाबले के साथ दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर स्वर्गीय युद्धवीर सिंह डडवाल का नाम भी जोड़े जाने के सुझाव का पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (police commissioner rakesh asthana) ने भी सहमति जताते हुए स्वागत किया.

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क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग, सुरेश रैना और अमित मिश्रा के साथ पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना. साथ में दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर रॉबिन हिबू

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना (rakesh asthana) ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में आज़ादी के अमृत महोत्सव का ज़िक्र करते हुए उसके सन्दर्भ में दिल्ली पुलिस की प्रोफेशनल क्रिकेट टीम बनाए जाने की योजना का खुलासा किया. उन्होंने इस टीम को बनाने और खिलाड़ियों को ट्रेंड करने में क्रिकेटरों वीरेन्द्र सहवाग, सुरेश रैना और अमित मिश्रा से सहयोग भी मांगा. श्री अस्थाना ने पुलिस टीम के कप्तान के तौर पर मैच में हिस्सा लिया तथा प्रतिभागियों व अतिथियों को सम्मानित भी किया. तीनों क्रिकेटरों ने भी खिलाड़ियों और आयोजन से जुड़े पत्रकारों व पुलिस अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए. श्री अस्थाना ने गुजरात के वडोदरा में अपनी तैनाती के दौरान क्रिकेट मैच सुरक्षा बन्दोबस्त कराने की ड्यूटी का ज़िक्र करते हुए कहा कि तब इनको खेलते देखते थे, कभी सोचा नहीं था कि तब के क्रिकेट स्टार्स के साथ यूं मिलेंगे.

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दिल्ली पुलिस की टीम जिसने फिर से जी मुरली ट्रॉफी जीती

हालांकि रिपोर्टर्स की टीम मीडिया एकादश ( MEDIA XI ) इस मुकाबले में पुलिस से हार गई लेकिन उनके खेल की भावना की श्री अस्थाना ने तारीफ की. पुलिस कमिश्नर अस्थाना ने कहा कि पुलिस को तो अपने काम की ज़रूरत के मुताबिक़ शारीरिक रूप से फिट रहना होता है लेकिन मीडिया के काम में भी दौड़भाग, तनाव और खूब काम की स्थिति में पत्रकारों की शारीरिक फिटनेस का वैसा स्तर होना मुमकिन नहीं है लेकिन इसके बावजूद आज उन्होंने (मीडिया टीम ने) जिस भावना से खेला वह अविश्वसनीय है.

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पत्रकारों की टीम मीडिया एकादश

ट्रॉफी से पूर्व कमिश्नर डडवाल का नाम जुड़ेगा :

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर रहे युद्ध वीर सिंह डडवाल का 22 सितंबर 2021 को निधन हो गया था. क्रिकेट प्रेमी श्री डडवाल खुद भी क्रिकेट खेला करते थे. सालाना जी मुरली ट्रॉफी मुकाबले से उनका पुराना जुड़ाव था. कई मैच में तो पूर्व पुलिस कमिश्नर वाई एस डडवाल ने पुलिस टीम की कप्तानी भी की. इस आयोजन से उनके संबंध और इसमें दिए गये योगदान को ध्यान में रखते हुए दिल्ली क्राइम रिपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और रक्षक न्यूज़ के संपादक संजय वोहरा ने मंच से सबकी मौजूदगी में ये सुझाव रखा जिससे श्री अस्थाना ने सहमति व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पूर्व कमिश्नर का नाम इस मैच के साथ जोड़े जाने का विचार अच्छा है और इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

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पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के साथ वरिष्ठ पत्रकार जो इस आयोजन से काफी पहले से जुड़े रहे हैं

अक्सर ये मैच ऐतिहासिक फिरोज़ शाह कोटला मैदान में या मॉडर्न स्कूल के शानदार ग्राउंड में हुआ करता था. ये पहला मौका है जब जी मुरली ट्रॉफी क्रिकेट मैच दिल्ली पुलिस की न्यू पुलिस लाइन स्थित ग्राउंड में खेला गया. यहां इस खेल को कराने का विचार पुलिस कमिश्नर अस्थाना का था. उनका मानना था कि जब पुलिस के पास अपना मैदान है तो किसी और संस्थान से मांगने की क्या ज़रूरत..!

यूं हुई ट्रॉफी की शुरुआत :

जी मुरली पत्रकार थे और एक अंग्रेजी अखबार में कार्यरत थे. पर्वतारोहण अभियान में बीमार होने के कारण उनका असामयिक निधन हो गया था. पुलिस और पत्रकार बिरादरी के बीच तब जी. मुरली की स्मृति में ये फ्रेंडली क्रिकेट मैच शुरू हुआ था. अपराध के समाचारों और विभिन्न प्रकार की घटनाओं की कवरेज के दौरान पुलिस व रिपोर्टर्स के बीच तनातनी का माहौल बन जाना स्वाभाविक हुआ करता था. ऐसे में किसी पत्रकार के नाम पर पुलिस की तरफ से क्रिकेट मैच का आयोजन करना एक तरह से दोनों पक्षों के बीच, एक दूसरे का सम्मान करने की कड़ी का काम करता था. इस मैच की काफी गरिमा थी और इसे देखने दिल्ली के उपराज्यपाल भी आए. कुछ हस्तियां भी इस सालाना आयोजन का हिस्सा बनीं. जाने माने कमेंटेटर जसदेव सिंह तो उनमें से ख़ास थे. हालांकि बीच में ये परम्परा टूट भी गई थी लेकिन पिछले कुछ साल से जी मुरली ट्रॉफी फिर से खेली जाने लगी है.

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दिल्ली पुलिस का बैंड

ख़ास मौजूदगी :

पत्रकारों की तरफ से फरहान याह्या, शकील अहमद, राजीव निशाना ने आयोजन में समन्वयक की भूमिका अदा की. दिल्ली क्राइम रिपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ललित वत्स के अलावा, दिनेश वत्स, नरेंद्र भल्ला, नौशाद अली भी विशेष तौर पर मौजूद थे जो लम्बे समय तक दिल्ली में क्राइम रिपोर्टिंग करते रहे लेकिन इस आयोजन में कुछेक उन अधिकारियों व पत्रकारों की मौजूदगी न होना थोड़ी खली जो पूर्व में प्रमुखता से दिखाई देते थे. दिल्ली पुलिस की तरफ से डीसीपी रोमिल बानिया और पीआरओ ब्रांच ने जी मुरली ट्रॉफी क्रिकेट मैच के आयोजन में अहम भूमिका निभाई.

इस आयोजन के दौरान मधुर धुनों के साथ हुनर का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दिल्ली पुलिस के बैंड वादकों ने समां बांध दिया. दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर रॉबिन हिबू ने बैंड संचालक अधिकारी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. दिल्ली पुलिस बैंड के सदस्यों की शानदार पोशाक भी आकर्षण का केंद्र रही.

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दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर रॉबिन हिबू ने बैंड संचालक अधिकारी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया.

स्कोर :

पत्रकारों की टीम media XI ने टॉस जीतते हुए कप्तान सुरेश झा के नेतृत्व में निश्चित 20 ओवर में 116 रन बनाए जबकि राकेश अस्थाना के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की टीम CP XI ने सिर्फ 17 ओवर में इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया. पुलिस टीम ने इस दौरान 7 विकेट गंवाए. दिल्ली पुलिस के वेद प्रकाश सूर्या मैन ऑफ़ द मैच, मधुर वर्मा बेहतरीन बल्लेबाज़ और रोहित मीणा को बेहतरीन गेंदबाज़ घोषित किया गया.