मुंबई के सुपर कॉप हिमांशु राय ने खुद को गोली मारी, मिली हुई थी Z+ सुरक्षा

630
हिमांशु राय
हिमांशु राय (फाइल फोटो)

मुम्बई. महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस (Anti Terrorist Squad-ATS) चीफ और आईपीएल की सट्टेबाजी व दाऊद इब्राहिम की सम्पत्ति को जब्त करने में अहम भूमिका निभाने वाले 1988 बैच के देश के चर्चित आईपीएस अधिकारी हिमांशु राय ने शुक्रवार को दोपहर करीब 1.40 बजे आत्महत्या कर ली. वह लम्बे समय से ब्लड कैंसर से परेशान थे. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नरीमन प्वांइट के सुनीति अपार्टमेंट स्थित अपने आवास पर सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली. हिमांशु ने अपने मुंह में रिवाल्वर लगाकर ट्रिगर दबा दिया. गोली की आवाज सुनकर लोग पहुंचे. उन्हें तुरंत बाम्बे हास्पिटल ले जाया गया जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. फोरेेंसिक टीम नेे उनके आवास पर जांच शुरु कर दी है. उनके घर में एक सुसाइड नोट पाया गया है जिसमें राय ने लिखा है कि वह कैंसर से परेशान हो गए हैं, इसलिए अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं. राय की आत्महत्या ने पुलिस समुदाय के स्तब्ध कर दिया है.

वह इस समय एडिशनल जनरल आफ पुलिस (ADGP) के पद पर थे. हिमांशु को मुम्बई की पहली साइबर क्राइम सेल स्थापित करने का गौरव हासिल है. हिमांशु पहले ऐसे पुलिस अधिकारी थे जिन्हें जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. क्योंकि वह यासीन भटकल समेत कई महत्वपूर्ण केस देख रहे थे. यह 2014 की बात है. तब मुम्बई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को भी जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी.

राय ने मुंबई के प्रतिष्ठित सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की और एक चार्टर्ड एकाउंटेंट बने. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी बने. इस परीक्षा की तैयारी के दौरान उनकी मुलाकात भावना से हुई जो बाद में उनकी पत्नी बनीं. भावना भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (आईएएस) बनीं लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी और महाराष्ट्र में स्वयंसेवी संस्थाओं के जरिए सामाजिक कार्य में लग गईं.

हिमांशु राय नासिक और अहमदनगर के एसपी के रूप में काम कर चुके थे. इसके बाद वह नासिक में डीसीपी ट्रैफिक, डीसीपी जोन 1 और पुलिस कमिश्नर पद पर कार्यरत रहे. 2009 में वह मुम्बई भेजे गये जहाँ उनकी तैनाती ज्वाइंट कमिश्नर के रूप में हुई. फिर वह साइबर क्राइम सेल में भेजे गये. इसके बाद उन्हे महाराष्ट्र पुलिस की ATS का प्रमुख बनाया गया.

महाराष्ट्र काडर के आईपीएस आफिसर हिमांशु ने पत्रकार जेडे हत्याकांड सुलझाने में भी अहम रोल निभाया. जेडे की हत्या में अभी हाल ही में डान छोटा राजन को सजा सुनाई गई है. वह अपनी बीमारी से इस कदर परेशान थे कि 2016 से आफिस नहीं जा रहे थे. वह डिप्रेशन में चल रहे थे.