यूपी पुलिस की ‘मदर कॉप’ झाँसी की सिपाही अर्चना की कहानी बनी प्रेरणा

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कांस्टेबल अर्चना
सोती हुई बच्ची के साथ काम करती अर्चना.

भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस की सिपाही अर्चना न सिर्फ सुरक्षा बलों में काम करने वाली महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं बल्कि उनकी जिंदगी की कहानी ने कामकाजी महिलाओं, ख़ासतौर से छोटे बच्चों की युवा माताओं, की ज़रूरतों के प्रति नीति निर्धारकों व सुरक्षा बलों के नेतृत्व को झकझोरा भी है. उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक झाँसी नगरी के कोतवाली थाने में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस की कांस्टेबल अर्चना और उनकी नन्हीं बच्ची की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, न सिर्फ उनके अपने जीवन की जद्दोजहद कम होने की उम्मीद बंधी है बल्कि वह यूपी पुलिस में काम करने वाले कई ‘मदर कॉप’ के लिए राहत का रास्ता भी लेकर आई हैं.

खुद यूपी पुलिस के महानिदेशक ओपी सिंह ने सिपाही अर्चना से फोन पर बात की और दो फैसले लिए और जिन्हें पुलिस प्रमुख ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये सार्वजनिक किया. पहला तो यही कि पुलिस की नौकरी के दौरान अपने घर से दूर थाने में तैनाती से बेटियों के लालन पालन में आ रही व्यावहारिक दिक्कत के मद्देनज़र अर्चना का तबादला घर के पास आगरा करने के आदेश दे दिए गये. दूसरा यूपी पुलिस के हरेक जिले में पुलिस लाइंस में शिशुओं या छोटे बच्चों के लिए पालना गृह (क्रेच) बनाने की व्यवस्था की जाएगी. यूपी पुलिस के डीजी ने कहा है कि हम इसकी संभावनायें तलाशेंगे. इसके अलावा झांसी रेंज के डीआईजी ने कार्य के प्रति समर्पण की सराहना करते हुए अर्चना को एक हजार रुपये का पुरस्कार दिया है.

पुलिस में सिपाही के साथ साथ मां का फर्ज़ निभाने वाली 30 वर्षीय अर्चना 2016 से झांसी कोतवाली थाने में तैनात हैं. उनकी दो बेटियाँ हैं जिसमें बड़ी बेटी 11 साल की है और ननिहाल में कानपुर में रहती है जबकि छह महीने की बेटी अनिका है जिसे वह अपने साथ रोज़ाना थाने ले जाती हैं. जहाँ वह काम कर रही होती हैं, उसी जगह के आसपास टेबल पर अनिका के भी सोने का इंतज़ाम करना अर्चना की मजबूरी थी. क्यूंकि झांसी में घर में ऐसा कोई नहीं है जिसके भरोसे वह बच्ची को घर में छोड़कर ड्यूटी पर जा सकें. उनके पति नीलेश हरियाणा के गुरुग्राम में रहते हैं और वहीँ किसी प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं लिहाज़ा अनिका की पूरी देखभाल का ज़िम्मा भी अर्चना पर ही था.

26 अक्टूबर को किसी ने अर्चना और उनकी बेटी की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाल दी जो जल्दी वायरल हो गई. ये समाचार पत्र में भी प्रकाशित हो गई. अर्चना की लगन और काम की भी तारीफ भी सब करने लगे. इसके बाद पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अर्चना ने बात करके परेशानी जानी और कांस्टेबल का तबादला आगरा करने के आदेश दिये जहां उसका घर है ताकि वो काम के साथ साथ बच्चियों की भी देखभाल बेहतर ढंग से कर सके. इस फैसले से अर्चना बेहद खुश हैं.