सेना दिवस परेड 2024 लखनऊ में 15 जनवरी को आयोजित करने की तैयारियां

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परेड कमांड करती कैप्टन तान्या की फाइल फोटो

भारत की 76वीं सेना दिवस परेड , 15 जनवरी को,  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छावनी क्षेत्र  में 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर में होगी. सेना परेड 2024 की ख़ास बात यह है कि भारतीय सेना के इतिहास में यह पहला मौका है जब सेना दिवस समारोह देश की राजधानी  दिल्ली से हटकर कहीं हो रहा है . इससे पहले इसी साल बंगलुरू में सेना दिवस परेड 2023 आयोजित की गई थी. लखनऊ छावनी में होने वाली सेना परेड 2024 की एक विशेषता यह भी है कि इस परेड को वही  कैप्टन तानिया शेरगिल कमान करेंगी जिनके सिर्फ पिता ही नहीं , दादा और परदादा तक सैनिक रहे हैं .

जिस तरह दिल्ली से बाहर पहली सेना परेड 2023 की मेजबानी कर्नाटक की राजधानी  बंगलुरु में सेना की दक्षिणी कमान ने की  थी उसी भारतीय सेना की मध्य कमान लखनऊ में इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है . इस कमान को  सूर्या कमांड के नाम से भी जाना जाता है .

इस परेड को  शानदार परेड बनाने की तैयारी चल रही है . सेना दिवस परेड 2024  में  गढ़वाल राइफल्स, जाट रेजिमेंट, बंगाल इंजीनियर्स, सिख लाइट इनफेंटरी , आर्मी एयर डिफेंस और पैराट्रूपर्स जैसी प्रतिष्ठित रेजिमेंटों की  मार्चिंग टुकड़ियां  शामिल होंगी.  जहां भारतीय वायु सेना  ( indian air force ) का आकर्षक फ्लाईपास्ट  लोगों को मुग्ध करेगा वहीँ भारतीय सेना ( indian army ) की मोटरसाइकिल सवार सैनिकों की टीम  रोमांचकारी प्रदर्शन करेगी.

सेना के इस  सालाना  कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है जिसमें भारतीय सेना के वीरता पुरस्कार से सम्मानित शूरवीर  भी होंगे.

इस उत्सव का समापन , “शौर्य संध्या” के साथ किया जाएगा जोकि एक अन्य तरह का सैन्य कार्यक्रम है.  यह सब  सूर्या कमान में  सूर्य खेल परिसर में आयोजित होगा. यहां पर ” अपनी सेना महोत्सव को जानें”, सैन्य बैंड संगीत कार्यक्रम, रक्तदान शिविर और वृक्षारोपण अभियान सहित विभिन्न गतिविधियां का एक सिलसिला चलेगा जोकि उत्सव की भावना को बढ़ाएगा.

कैप्टन तान्या शेरगिल ( captain tanya shergill ) कौन हैं : मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के एक  फौजी परिवार से ताल्लुक रखने वाली कैप्टन तान्या  2020 में सेना दिवस परेड की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं. यह परेड दिल्ली में हुई थी. तान्या शेरगिल चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी ( officers training academy ) की स्नातक हैं और जबलपुर स्थित सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हैं . उन्होंने 2017 में भारतीय सेना की सिग्नल कोर में कमीशन पाया था. यूं उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से बी टेक भी किया है .
कैप्टन तान्या शेरगिल के पिता 101 मीडियम रेजीमेंट ( आर्टिलरी ) में थे और बाद में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल ( crpf ) के अधिकारी बने जबकि तान्या के दादा ने 14 आर्मर्ड रेजीमेंट ( सिंधिया हॉर्स ) में सेवा दी. तान्या शेरगिल के परदादा सिख रेजीमेंट में थे .

सेना दिवस क्यों मनाया जाता है :
ब्रिटिश हुकूमत से 1947 में आज़ादी मिलने के बाद भी भारतीय सेना का प्रमुख ब्रिटिश सैन्य अधिकारी ही रहा. 15 जनवरी 1949  को फील्ड मार्शल कोडंडेरा एम. करियप्पा ( Field Marshal Kodandera M. Cariappa )  ने  अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी . इस तरह फील्ड मार्शल करियप्पा ने आज़ाद  भारत के पहले भारतीय सेनाध्यक्ष (कमांडर-इन-चीफ)  के रूप में पदभार ग्रहण किया. इसी खास अवसर को ध्यान में रखते हुए हर साल  भारत सेना दिवस मनाता है . इस दिन वीरता पुरस्कार और सेना पदक भी प्रदान किये जाते हैं. फील्ड मार्शल करियप्पा कर्नाटक के मूल निवासी थे. संभवत इसी कारण दिल्ली से बाहर कहीं सेना दिवस परेड आयोजित करने का सिलसिला चलाने का विचार आया तो पहला आयोजन कर्नाटक की राजधानी में ही किया गया.