जसवंत सिंह के MLA बेटे कर्नल मानवेंद्र सिंह ने चुनाव पूर्व बीजेपी छोड़ी

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कर्नल मानवेन्द्र सिंह
स्वाभिमान रैली में रिटायर्ड कर्नल मानवेन्द्र सिंह.

भारत के राज्य राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले , केंद्र राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी ) के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र कर्नल मानवेंद्र सिंह ने पार्टी छोड़ने को ऐलान किया है . उन्होंने एक रैली के दौरान अपने भाषण में नारा भी दे डाला – ‘कमल का फूल, हमारी भूल’ । उन्होंने आरोप जड़ने वाले लहजे में कहा कि कहा कि अब बीजेपी में बने रहने का कोई मतलब नहीं रह गया है . हालत ये है कि में रहने का कोई हमारे फोन टेप किए जा रहे हैं और जसवंत सिंह के समर्थकों और राजपूत समाज के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।

शनिवार को ये रैली राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर के पचपदरा में स्वाभिमान रैली के तौर पर की गई थी . रिटायर्ड कर्नल मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि वो तमाम बातें और शिकायतें प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह को बता चुके हैं लेकिन उनका कोई समाधान नहीं हुआ . उन्होंने ये आरोप भी मढ़ा कि 2014 में लोकसभा चुनाव में जसवंत सिंह को सहयोग और समर्थन करने वाले कार्यकर्ताओं को सरकार में बैठे नेताओं और अफसरों ने धमकाया था . न मानने पर उन लोगों को परेशान किया गया. इस रैली को कर्नल मानवेन्द्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह ने भी सम्बोधित किया.

कौन हैं कर्नल मानवेंद्र सिंह :

भारतीय सेना से रिटायर हुए चौवन वर्षीय मानवेंद्र सिंह पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र है और बाड़मेर के शिव विधानसभा क्षेत्र से विधायक है . इससे पहले वो चौदहवीं लोकसभा में 2005 से 2009 से बाड़मेर -जेसलमेर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य थे . लोकसभा सदस्य रहते कर्नल मानवेंद्र सिंह संसद की रक्षा मामलों की स्थाई समिति के भी सदस्य थे . राजनीति में आने से पहले वो टेरिटोरियल आर्मी में थे और करगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया . उसी साल यानि 1999 में चुनावी राजनीति में आये और तब लोकसभा का पहला चुनाव ही हार गये थे . वे लेखक भी है और पत्रकार भी रहे और अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस , स्टेट्समेन में काम किया.

पिता जसवंत सिंह :

कर्नल मानवेन्द्र सिंह
भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी जसवंत सिंह

कर्नल मानवेंद्र सिंह के पिता जसवंत सिंह भी भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी हैं . सबसे लम्बे समय तक सांसद रहने वाले नेताओं में से एक जसवंत सिंह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में शुमार हैं . वे केंद्र में वित्त मंत्री तो रहे ही , 2012 में बी जे पी की तरफ से उप राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव के लिए उम्मीदवार भी थे.